अंधेरे आसमान का योद्धा… पाकिस्तानी मिसाइल और ड्रोन हमलों को भारत के इस हथियार ने किया विफल, जानें खासियत


पाकिस्तानी मिसाइल और ड्रोन को एक झटके में मार गिराया
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दिनों युद्ध जैसे हालात थे। भारत ने पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। पाकिस्तान के कई एयरबेस को भी ध्वस्त किया गया है। पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने की कोशिश की जिसे भारतीय डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही नाकाम कर दिया। भारत की स्वदेश निर्मित आकाशतीर वायु रक्षा नियंत्रण एवं रिपोर्टिंग प्रणाली ने पाकिस्तान के साथ 4 दिन तक चले सैन्य टकराव के दौरान ड्रोन और मिसाइलों सहित पाकिस्तानी हवाई हमलों को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारतीय हमलों को रोकने में विफल रहा पाकिस्तान
रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि जहां पाकिस्तान आयातित HQ-9 और HQ-16 प्रणालियों पर निर्भर था, जो भारतीय हमलों को रोकने में विफल रहीं। वहीं, आकाशतीर ने स्वचालित वायु रक्षा में भारत के दबदबे को प्रदर्शित किया।
एक साल पहले भारतीय सेना में किया गया शामिल
सरकारी कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) द्वारा निर्मित आकाशतीर को लगभग एक साल पहले भारतीय सेना में शामिल किया गया था। रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘अंधेरे आसमान में एक नए प्रकार का योद्धा जाग उठा। वह लड़ाकू विमान की तरह दहाड़ता नहीं था, न ही मिसाइल की तरह चमकता था। वह सुनता था। वह गणना करता था। वह हमला करता था।’
आकाशतीर भारत के लिए बना ढाल
मिसाइलों और ड्रोन की बौछार को हवा में रोका
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘यह अदृश्य कवच, आकाशतीर, अब रक्षा पत्रिकाओं तक सीमित अवधारणा नहीं है। यह भारत की वायु रक्षा की तेज धार है, वह अदृश्य दीवार है जिसने 9 और 10 मई की रात मिसाइलों और ड्रोन की बौछार को रोक दिया, जब पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य और नागरिक क्षेत्रों पर अपना सबसे घातक हमला किया था।’
भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को किया तबाह
भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में 6 मई की देर रात पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर भीषण वार किया था।
पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की
भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। पाकिस्तानी प्रयासों का भारतीय पक्ष ने कड़ा जवाब दिया तथा वायु सैन्य ठिकानों, वायु रक्षा प्रणालियों, कमान एवं नियंत्रण केंद्रों तथा रडार स्थलों सहित कई प्रमुख पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को भारी क्षति पहुंचाई।
10 मई को युद्धविराम की घोषणा की गई
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने 10 मई को घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान भूमि, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने पर सहमत हो गए हैं।
आकाशतीर ने दुनिया को दिखाई अपनी ताकत
आकाशतीर की भूमिका को साझा करते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह भारत की पूर्णतया स्वदेशी, स्वचालित वायु रक्षा नियंत्रण एवं रिपोर्टिंग प्रणाली है, जो आने वाले हर प्रक्षेपास्त्र को रोककर उसे निष्क्रिय कर देती है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘आकाशतीर ने दिखा दिया है कि यह दुनिया में मौजूद किसी भी चीज से अधिक तेजी से देखता है, निर्णय लेता है और हमला करता है।’
आकाशतीर
गोलीबारी की संभावना किया जा सकता है कम
वायु रक्षा प्रणाली की विशेषताओं के बारे में मंत्रालय ने कहा कि यह प्रणाली ‘मित्रवत’ गोलीबारी की संभावना को कम करती है, जिससे शत्रु के लक्ष्यों पर तेजी से हमला किया जा सकता है। साथ ही विवादित हवाई क्षेत्र में विमानों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकती है।
बुद्धिमान युद्ध के बारे में है आकाशतीर
रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘आकाशतीर क्रूर बल के बारे में नहीं है, यह बुद्धिमान युद्ध के बारे में है। यह प्रणाली सभी संबंधित पक्षों (नियंत्रण कक्ष, रडार और डिफेंस गन) को एक सामान्य, तात्कालिक समय की हवाई तस्वीर प्रदान करती है, जिससे समन्वित हवाई रक्षा अभियान संभव होता है।’ बयान में कहा गया, ‘यह प्रणाली स्वचालित रूप से दुश्मन के विमानों, ड्रोन और मिसाइलों का पता लगाने, उन पर नजर रखने और उन पर हमला करने के लिए डिजाइन की गई है।’