आगरा, बलरामपुर, प्रतापगढ़… यूपी के कई जिलों में पकड़ा गया अवैध धर्मांतरण का खेल, ईसाई मिशनरियां भी एक्टिव – Agra Balrampur Pratapgarh Illegal conversion caught in many districts of uttar pradesh Christian missionaries active lclam

उत्तर प्रदेश में इन दिनों धर्मांतरण की बहार आई हुई है. एक तरफ बलरामपुर और आगरा में धर्मांतरण का खेल चल रहा था तो दूसरी तरफ ईसाई मिशनरियां भी इस काम में पीछे नहीं हैं. ताजा मामला अंबेडकरनगर जिले का है, जहां गरीब घर की महिलाओं को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है. फिलहाल, अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने मामले को स्वतः संज्ञान में लेकर चर्च के पादरी प्रमोद कुमार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, अंबेडकरनगर जिला मुख्यालय के रतनपुर में स्थित एक चर्च में प्रार्थना सभा के नाम पर जुटी महिलाओं को विभिन्न प्रकार के लालच देकर उन्हें हिंदू धर्म छोड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा था. जब हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया तो पुलिस मौके पर पहुंची. गिरफ्तार पादरी प्रमोद कुमार पर आरोप है कि वह हर रविवार को गरीब घर की महिलाओं को प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए बुलाता था. इस प्रार्थना सभा में आई महिलाओं को विभिन्न प्रकार के लालच देकर हिंदू धर्म से ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता था. जिसमें आर्थिक मदद, रोगों से मुक्ति दिलाने जैसे प्रलोभन शामिल हैं.
वहीं, सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज कस्बे के निवासी अखंड प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अल फारुख इंटर कालेज के प्रबंधक पर अवैध रूप से धर्म परिवर्तन कराने का लगाया आरोप, साथ ही एक्शन लेने की मांग की.
अखंड प्रताप ने कहा- 2020-21 में बेरोजगारी के चलते मैं अल फारूक इंटर कालेज के प्रबंधक से क्लर्क की नौकरी के लिए मिला. जहां एक सप्ताह बाद मुझे ऑफिस में बुलाकर 100 रुपये के सादे स्टाम्प पेपर पर एग्रीमेंट की बात कहकर दस्तखत कराये गए. फिर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया जाने लगा. किसी विदेशी मौलाना से भी बात कराई गई. उसने इस्लाम धर्म अपनाने पर 20 लाख देने का प्रलोभन दिया. लेकिन मैंने धर्म नहीं बदला. इसपर स्कूल प्रबंधक शब्बीर अहमद स्टाम्प पेपर दिखाकर दबाव बनाने लगे. डर के चलते मैं चुप रहा. इटवा थाने में तहरीर दी. अब पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शब्बीर अहमद को गिरफ्तार किया.
आगरा में बड़े धर्मांतरण रैकेट का खुलासा
बीते दिनों आगरा में बड़े धर्मांतरण रैकेट का खुलासा हुआ. इस गैंग के सरगना अब्दुल रहमान कुरैशी समेत करीब दर्जन भर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जांच में पता चला है कि ये गैंग अबतक सैकड़ों लोगों का धर्मांतरण करा चुका है. इसके तार कई राज्यों तक फैले हुए हैं. अब्दुल रहमान के बारे में पता चला है कि वह खुद कन्वर्टेड मुस्लिम है.
आगरा जिले से दो बहनों के गायब होने के बाद मामले का पर्दाफाश हुआ. पकड़ी गई आरोपी आयशा के मोबाइल से कई ऐसे वीडियो मिले हैं, जिनसे उसके नापाक मंसूबों का पता चलता है. आयशा और कनाडा में बैठे उसके साथी दाऊद के बीच हुई चैट के दौरान ये वीडियो भेजा गया. इस वीडियो में अयोध्या के मंदिर को तोड़ने की बात कही गई.
पुलिस जांच में सामने आया कि इस पूरे नेटवर्क की फंडिंग गोवा की रहने वाली आयशा उर्फ एसबी कृष्णा करती थी. कनाडा में बैठे सैय्यद दाऊद अहमद से आने वाली फंडिंग को आयशा ही भारत में बांटती थी. इस पैसे को यूएई, लंदन और अमेरिका जैसे रास्तों से होकर भारत भेजा जाता था, ताकि ट्रैक करना मुश्किल हो.
मिर्जापुर में धर्म परिवर्तन का खेल
उधर, मिर्जापुर में भी धर्म परिवर्तन कराने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है. यहां लंबे समय से लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का खेल-खेला जा रहा था. विंध्यांचल थाना क्षेत्र के रहने वाले विनय प्रताप सिंह ने बहला-फुसला कर धर्म परिवर्तन करने के संबंध में पुलिस से शिकायत की थी. तहरीर के आधार पर उत्तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के तहत मामला पंजीकृत कर जांच शुरू की गई.
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मामले में एक्शन लेते हुए ‘यीशु दरबार’ के नाम पर चल रहे धर्म परिवर्तन के रैकेट को क्रैक किया गया. इसमें केरल के रहने वाले विजय कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. वह खुद को एक ट्रस्ट का ट्रस्टी व चर्चा का फादर बताता था. विजय धन, नौकरी व शारीरिक स्वास्थ का लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाता था.
प्रतापगढ़ में आठ आरोपी अरेस्ट
इसी तरह प्रतापगढ़ जिले के जेठवारा थाना क्षेत्र के काछा गांव में धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. पुलिस ने ‘चंगाई सभा’ पर छापेमारी कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में 7 पुरुष और 1 महिला शामिल हैं.
स्थानीय निवासी मनीष दुबे की शिकायत पर पुलिस ने यह कार्रवाई की. शिकायतकर्ता के अनुसार, पिछले 6 महीने से गांव में झाड़-फूंक के नाम पर ‘चंगाई सभा’ का आयोजन किया जा रहा था. इस दौरान लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता था. पुलिस ने मौके से धार्मिक पुस्तकें, पोस्टर और यीशु की तस्वीरें भी बरामद की हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है और मामले की जांच जारी है.
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