निवेश का नया ठिकाना, मणिपुर में रियल एस्टेट से कैसे कमाएं बंपर मुनाफा? – New investment destination in Manipur

जब मणिपुर का नाम आता है, तो अक्सर हमारे दिमाग में इसकी हरी-भरी पहाड़ियां, समृद्ध संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता आती है. लेकिन अब यह उत्तर-पूर्वी राज्य धीरे-धीरे रियल एस्टेट निवेशकों के लिए भी एक उभरता हुआ केंद्र बन रहा है. बुनियादी ढांचे में सुधार, कनेक्टिविटी पर सरकारी ध्यान और मांग में लगातार वृद्धि के कारण, 2026 तक मणिपुर के टियर 2 शहर प्रॉपर्टी निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन सकते हैं.
केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही मणिपुर में विकास परियोजनाओं पर भारी निवेश कर रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में ₹1,200 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन किया है, जिसमें नई पुलिस हेडक्वार्टर, सिविल सेक्रेटेरिएट और इंफाल नदी के पश्चिमी हिस्से का विकास शामिल है, इसके अलावा, मणिपुर अर्बन रोड प्रोजेक्ट और इन्फोटेक डेवलपमेंट प्रोजेक्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स भी चल रहे हैं, जो रियल एस्टेट की मांग बढ़ा रहे हैं.
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रियल एस्टेट में निवेश के कारण
कनेक्टिविटी में सुधार: हवाई अड्डे के विस्तार और राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण से राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार हो रहा है, जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है. यह बेहतर कनेक्टिविटी रियल एस्टेट की कीमतों में भी बढ़ोतरी लाएगी.
स्मार्ट सिटी और आवास योजनाएं: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और राज्य सरकार की आवास योजनाएं भी बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रही हैं, जिससे शहरों में रहने का स्तर सुधर रहा है.
बढ़ती मांग: यहां की स्थानीय आबादी के साथ-साथ, पर्यटन और बिज़नेस से जुड़ी गतिविधियों के कारण कमर्शियल और आवासीय दोनों तरह की प्रॉपर्टी की मांग बढ़ रही है.
निवेश में कितना फायदा?
विशेषज्ञों का मानना है कि मणिपुर में निवेश करने वाले निवेशकों भविष्य में अच्छा रिटर्न मिल सकता है. इसकी तुलना देश के अन्य बड़े शहरों से नहीं की जा सकती, लेकिन यहां निवेश की लागत कम है और भविष्य में मूल्य में बढ़ोतरी की संभावना काफी अधिक है. मैजिकब्रिक्स के अनुसार,मणिपुर के कुछ टियर 2 शहरों में आवासीय प्लॉट की औसत दरें इस प्रकार हैं.
- इंफाल: ₹4,500 – ₹6,500 प्रति वर्ग फुट
- चुराचांदपुर: ₹3,400 – ₹5,000 प्रति वर्ग फुट
- थोउबल: ₹3,200 – ₹4,700 प्रति वर्ग फुट
- बिशनुपुर: ₹3,000 – ₹4,400 प्रति वर्ग फुट
- उखरुल: ₹2,700 – ₹4,000 प्रति वर्ग फुट
यह अनुमानित मूल्य वृद्धि मुख्य रूप से उन ज़मीनों के लिए है जो विकास के शुरुआती चरण में हैं. जैसे-जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी बढ़ेगी, ये कीमतें भी बढ़ेंगी.
कहां कर सकते हैं निवेश?
निवेश के लिए सबसे बेहतर विकल्प उन इलाकों में हैं जहां सरकार की विकास योजनाएं चल रही हैं या निकट भविष्य में आने वाली हैं.
इंफाल: राज्य की राजधानी होने के नाते, इंफाल हमेशा निवेश का मुख्य केंद्र रहेगा. यहां आवासीय और कमर्शियल दोनों तरह की प्रॉपर्टी की मांग सबसे ज़्यादा है. शहर के अंदर के पॉश इलाके और बाहरी इलाके जहां शहरीकरण तेजी से हो रहा है, निवेश के लिए अच्छे विकल्प हैं.
चुराचांदपुर और थोउबल: इंफाल के बाद ये दोनों शहर तेजी से विकास कर रहे हैं. यहां इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और बेहतर कनेक्टिविटी के कारण आवासीय और कमर्शियल ज़मीन की कीमतें बढ़ रही हैं. कम लागत में ज़्यादा रिटर्न चाहने वाले निवेशक यहां विचार कर सकते हैं.
बिशनुपुर और उखरुल: ये शहर अभी शुरुआती चरण में हैं, लेकिन यहां भी धीरे-धीरे विकास हो रहा है. अगर आप लंबी अवधि का निवेश करना चाहते हैं तो यहां ज़मीन खरीदना एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
मणिपुर का रियल एस्टेट मार्केट अभी भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है, लेकिन यह निवेशकों के लिए एक शानदार मौका पेश करता है. सरकारी विकास परियोजनाओं, इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान और पर्यटन को बढ़ावा देने की नीतियों के कारण, 2026 तक यहां के रियल एस्टेट सेक्टर में महत्वपूर्ण वृद्धि देखने को मिल सकती है. हालांकि, किसी भी निवेश से पहले ज़मीन के कानूनी रिकॉर्ड और उसके भविष्य के विकास की संभावनाओं की अच्छी तरह जांच कर लेना बेहद ज़रूरी है.
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