Tuesday 07/ 10/ 2025 

'400000 महिलाओं का सामूहिक बलात्कार, अपनों पर बम गिराता है पाकिस्तान,' UN में भारत ने दुश्मन देश को लगाई लताड़Neerja Chowdhary’s column – No party can ignore the women’s vote bank | नीरजा चौधरी का कॉलम: कोई पार्टी महिला वोट बैंक की उपेक्षा नहीं कर सकती’25 से 30 नरेंद्र और नीतीश’ vs ‘छह और ग्यारह NDA नौ दो ग्यारह’! बिहार में शुरू हो गई नारों की फाइट – slogans fight bihar elections 2025 nda nitish kumar mahagathbandhan lalu yadav ntcpbtओडिशा में BJP नेता की गोली मारकर हत्या, वारदात के बाद मातम और तनाव का माहौलLt. Gen. Syed Ata Hasnain’s column: Gaza needs long-term solutions | लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन का कॉलम: गाजा के लिए दीर्घकालीन समाधानों की दरकार हैबैंडमेट का सनसनीखेज दावा, जुबीन गर्ग की मौत का राज गहराया; देखें वारदातPt. Vijayshankar Mehta’s column – Doubts are destroyed only through long-term satsang | पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम: दीर्घकाल तक सत्संग से ही संदेहों का नाश होता हैएक क्लिक में पढ़ें 07 अक्टूबर, मंगलवार की अहम खबरेंसोनम वांगचुक की पत्नी की याचिका पर केंद्र को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस, जानिए शीर्ष अदालत ने क्या कहा?क्या गाजा में कामयाब होगी ट्रंप की शांति योजना? मिस्र में इजरायल-हमास के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता शुरू – Israel Hamas begin indirect negotiations Egypt Trumps Gaza peace plan ntc
देश

Pt. Vijayshankar Mehta’s column – Doubts are destroyed only through long-term satsang | पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम: दीर्घकाल तक सत्संग से ही संदेहों का नाश होता है

  • Hindi News
  • Opinion
  • Pt. Vijayshankar Mehta’s Column Doubts Are Destroyed Only Through Long term Satsang

33 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
पं. विजयशंकर मेहता - Dainik Bhaskar

पं. विजयशंकर मेहता

बचपन में तर्कशक्ति बौद्धिक क्षमता को बताती है। स्मरण-शक्ति कभी भी धोखा दे सकती है, क्योंकि स्मृति में बहुत कम बातें ही रुकती हैं। और एक ही समय में यदि कई चीजों पर ध्यान दिया जाए तो परिणाम में दबाव और तनाव मिलेगा। हम देख रहे हैं हमारे बच्चे इन समस्याओं से जूझ रहे हैं। तो इसका एक तरीका है कि उन्हें सत्संग से गुजारा जाए।

माता-पिता कहते हैं बच्चों को सत्संग में क्यों ले जाएं, अभी उनकी उम्र नहीं है। लेकिन तैयारी बचपन से ही करनी पड़ेगी। गरुड़, राम का रहस्य जानने के लिए शंकर जी के पास पहुंचे तो रास्ते में ही शंकर जी मिल गए और गरुड़ ने पूछा कि मुझे बताइए मुझे राम की शक्ति पर भ्रम क्यों हो रहा है।

शिव जी ने कहा कि तुम मुझे रास्ते में मिले हो- मिलेहु गरुड़ मारग महं मोही, कवन भांति समुझावौं तोही। तो राह चलते मैं तुम्हें किस प्रकार समझाऊं? संदेहों का नाश तो तभी होता है, जब दीर्घकाल तक सत्संग किया जाए। जो बात शंकर ने गरुड़ को बोली है, वह हमारे भी समझने की है।

खबरें और भी हैं…

Source link

Check Also
Close



DEWATOGEL