‘हमने शशि थरूर का नाम नहीं दिया था’, प्रतिनिधिमंडल के नामों पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद शशि थरूर।
नई दिल्ली: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद वैश्विक मंच पर भारत का पक्ष रखने के लिए बनाए जा रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल (ऑल पार्टी डेलीगेशन) को लेकर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने सरकार द्वारा जारी नेताओं की सूची पर आपत्ति जताई है। पार्टी ने कहा कि उसने 4 नेताओं आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम दिए थे, और लिस्ट में शशि थरूर का नाम शामिल नहीं था। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू को पत्र लिखकर ये 4 नाम सुझाए थे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल
बता दें कि सरकार ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आक्रामक राजनयिक अभियान (diplomatic campaign) के तहत 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल बनाने का फैसला किया है। ये प्रतिनिधिमंडल अगले सप्ताह से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों सहित प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे। इनका मकसद आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने का भारत का मजबूत संदेश दुनिया तक पहुंचाना और पाकिस्तान के आतंकवाद को उजागर करना है।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं ये नेता
संसदीय कार्य मंत्रालय ने शनिवार को जारी बयान में कहा, ‘सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल हर तरह के आतंकवाद का मुकाबला करने की भारत की राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ दृष्टिकोण को सामने रखेंगे। वे आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के देश के मजबूत संदेश को दुनिया के सामने लेकर जाएंगे।’ सरकार ने इन प्रतिनिधिमंडलों के लिए ऐसे नेताओं का चयन किया है, जो अपनी मुखरता के लिए जाने जाते हैं। इनमें शामिल हैं:
- BJP सांसद रविशंकर प्रसाद
- BJP सांसद बैजयंत पांडा
- कांग्रेस सांसद शशि थरूर
- JDU सांसद संजय झा
- DMK सांसद कनिमोई
- NCP (SP) सांसद सुप्रिया सुले
- शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे
सांसदों के साथ डिप्लोमैट्स भी होंगे
प्रतिनिधिमंडल में शामिल 4 नेता सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी कि NDA से हैं, जबकि 3 विपक्षी ‘I.N.D.I.A.’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन से हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल करीब 5 देशों का दौरा करेगा। मंत्रालय ने बताया कि प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में प्रतिष्ठित राजनयिक भी शामिल होंगे। मंत्रालय के बयान में कहा गया, ‘ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई के संदर्भ में, सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों समेत प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे।’
रीजीजू का बयान, कांग्रेस की आपत्ति
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में भारत एकजुट है। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे। वे आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के हमारे साझा संदेश को लेकर जाएंगे। यह राजनीति से ऊपर, मतभेदों से परे राष्ट्रीय एकता का एक शक्तिशाली प्रतिबिंब है।’ वहीं, कांग्रेस ने सरकार द्वारा शशि थरूर को प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने पर आपत्ति जताई। पार्टी ने कहा कि उसने केवल आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम दिए थे।