Friday 04/ 07/ 2025 

कर्नाटकः CET कॉलेज के हॉस्टल में इंजीनियरिंग की छात्रा ने किया सुसाइड, मौत की वजह सोचने पर कर देगी मजबूरपाकिस्तान की सीमा से लगे राज्यों में 31मई को होगी मॉक ड्रिल, गृह मंत्रालय ने जारी किया आदेशइस शहर में गिराई जाएंगी बाढ़ का कारण बनने वाली इमारतें, डिप्टी सीएम ने खुद दिए विभाग को आदेशजकार्ता में अभिषेक बनर्जी ने PAK को जमकर धोया, कहा- ‘अगर आतंकवाद एक पागल कुत्ता है तो…’सुप्रीम कोर्ट को मिले तीन नए जज, कॉलेजियम की सिफारिश को केंद्र सरकार ने किया मंजूर‘एक बार जो मैने कमिट कर दिया’, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बोला सलमान खान का डायलॉगसड़क नहीं थी तो गर्भवती को खाट पर 2.5 किमी तक ढोया, महिला ने रास्ते में मृत बच्चे को दिया जन्म, Videoबेलगावी में मठ को बुलडोजर चलाकर किया गया जमींदोज, सरकारी जमीन पर कब्जे का आरोपNCB को मिल गई बड़ी कामयाबी, मलेशिया से डिपोर्ट किया अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी का सरगनापीएम मोदी ने सिक्किम के 50 वर्ष पूरे होने पर के लोगों को किया संबोधित, बोले- राज्य प्रकृति के साथ प्रगति का मॉडल बना
देश

कोच्चि जहाज दुर्घटना: समुंदर में डूबने के बाद कई तटों पर फैला जहरीला रसायन, लोगों से की गई अपील-VIDEO

कोच्चि जहाज दुर्घटना

कोच्चि जहाज दुर्घटना

केरल: केरल के समुद्री तट पर लाइबेरियाई मालवाहक जहाज के डूबने के बाद उसमें रखे कंटेनर बहकर तट पर आने लगे हैं और जहाज से हो रहे तेल रिसाव के कारण राज्य के तटीय क्षेत्र में ‘हाई अलर्ट’ जारी कर दिया है। पुलिस ने बताया कि दक्षिणी कोल्लम और तटीय अलाप्पुझा जिलों के तटों पर कुछ कंटेनर पाए गए हैं। तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों और मछुआरों से सतर्क रहने का आग्रह करते हुए एक परामर्श जारी किया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अब तक नौ कंटेनर बहकर तट पर आ चुके हैं।

भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के अनुसार, रविवार की सुबह मालवाहक जहाज पलट गया और समुद्र में डूब गया, जिससे काफी मात्रा में तेल रिसाव हो गया। डूबे हुए जहाज के टैंकों में 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन ‘फर्नेस ऑयल’ था। कुछ कंटेनर में कैल्शियम कार्बाइड जैसे खतरनाक पदार्थ रखे हुए थे, जो समुद्री जल के साथ प्रतिक्रिया करके अत्यधिक ज्वलनशील एसिटिलीन गैस उत्सर्जित करता है। इस खतरनाक पदार्थ की वजह से प्राधिकारियों के लिए परेशानी बढ़ गई है।

देखें वीडियो

बयान में कहा गया है, ‘‘जहाज से ईंधन भी लीक हो गया है। कल रात से आज सुबह तक नौ कंटेनर बहकर तट पर आ गए हैं, जिसमें से चार कंटेनर शक्तिकुलंगरा बंदरगाह के पास, तीन चावरा के पास, एक चेरियाझीकल (कोल्लम जिला) में और एक अलाप्पुझा के थ्रीकुन्नापुझा में पाया गया। तटरक्षक बल दो जहाजों का उपयोग करके तेल रिसाव को रोकने के उपाय कर रहा है।’’

 तेल रिसाव को बेअसर करने के मकसद से डोर्नियर विमान का इस्तेमाल कर ‘डिस्पर्सेंट’ पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। इसमें कहा गया है, ‘‘यह घटना ‘टियर 2’ श्रेणी की आपदा के अंतर्गत आती है, इसलिए राष्ट्रीय बलों, सुविधाओं और संसाधनों का उपयोग करके रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं।’’ बयान में आगे कहा गया है कि अलप्पुझा, कोल्लम, एर्नाकुलम और तिरुवनंतपुरम जिलों के तटों पर कंटेनर के बहकर आने की अधिक संभावना है।

प्राधिकारियों ने लोगों और मछुआरों को चेतावनी दी है कि वे तट पर पाई जाने वाली किसी भी असामान्य वस्तु या कंटेनर को न छुएं। ऐसी वस्तुओं के करीब भी ना जाएं। उन्हें सलाह दी गई है कि वे कम से कम 200 मीटर की दूरी बनाए रखें और 112 पर फोन करके ऐसी किसी भी वस्तु या कंटेनर की सूचना दें।

हालांकि मछुआरों को समुद्र में जाने से बचने के लिए मौसम संबंधी परामर्श जारी है, लेकिन जहाज के मलबे वाली जगह से 20 समुद्री मील के भीतर मछली पकड़ना सख्त वर्जित है।

रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल के तीन जहाजों – विक्रम, सक्षम और समर्थ को प्रदूषण प्रतिक्रिया के लिए क्षेत्र में तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि तेल रिसाव का हवाई आकलन करने के लिए विशेष उपकरणों के साथ आईसीजी डोर्नियर विमान को कोच्चि में तैनात किया गया है।

पीआरओ ने कहा कि इसके अलावा जारी अभियान की मजबूती के मकसद से यहां समर्पित प्रदूषण नियंत्रण पोत समुद्र प्रहरी को मुंबई से लाया जा रहा है। जबकि डीएचक्यू-4 में तटरक्षक अधिकारी संभावित तटरेखा सफाई अभियानों पर सलाह देने के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में बने हुए हैं।

करीब तीन किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेल के बहने के कारण पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस बीच, तिरुवनंतपुरम जोन के मुख्य सीमा शुल्क आयुक्त कार्यालय ने कहा है कि जहाज पर मौजूद कुल 643 कंटेनर में से 73 कंटेनर खाली थे और 13 में खतरनाक सामग्री लदी हुई थी। इन सामग्री में कैल्शियम कार्बाइड भी शामिल था। बयान में कहा गया, ‘‘घटना के समय जहाज पर मौजूद सभी सामग्री पर शुल्क नहीं चुकाया गया था और ऐसे सामान को अनधिकृत रूप से हटाना या उठाना अवैध है।’’ 

Latest India News




Source link

Check Also
Close



DEWATOGEL