शहर में 2 किलोमीटर की सड़क में सैकड़ो गड्ढे! टैक्स भरने और सरकार चुनने वाली जनता भुगत रही दर्द, जिम्मेदार बेखबर बन रहे
हवामहल विधानसभा की जनता का दर्द - अधिकारी सुनते ही नहीं आखिर जाए तो कहां

पंकज उपाध्याय,जयपुर: आए दिन की बारिश के चलते नगर निगम सड़कों की लगातार पोल खुलती नजर आ रही है. जयपुर रामगढ़ मोड़ चौराहा क्षेत्र में जगह-जगह सडके पूरी तरह गढ्ढो में तब्दील हो चुकी है. यहां से रोजाना हजारों लाखों लोग गुजरते हैं जिन्हें वाहनों की खस्ता हालत एवं शारीरिक परेशानी के सिवाय कुछ नहीं मिल रहा. जयपुर शहर में आमेर फोर्ट एवं जलमहल,गढ़गणेश, चारदीवारी,दिल्ली हाईवे सहित कई ग्रामीण इलाकों के लिए का मुख्य रास्ता होने के बावजूद पर्यटकों को इसी रास्ते से गुजरना पड़ रहा है.
पिछले कई माह से स्थानीय आमजन सहित यहां से गुजरने वाले पर्यटक, हजारों छात्र-छात्राएं, ग्रामीण क्षेत्र से काम हेतु आने-जाने वाले लोग लगातार इसी रास्ते से गुजर कर परेशान होते नजर आते हैं स्थानीय जनता ने कई बार सभी जिम्मेदारों को सूचित करते हुए सूचना दी एवं कई बार रामगढ़ मोड़ से माउंट रोड की कई सड़कों को सीसी रोड करने की मांग भी की परंतु जिम्मेदार आंख बंद किए बैठे हैं.
उक्त समस्या को लिए जब हमारे रिपोर्टर रामगढ़ मोड़ चौराहे से माउंट रोड कागदीवाडा होते हुए राम मंदिर- नहर पहुंचे तो 2 किलोमीटर में ही सैकड़ो गड्ढे कट मिले.आगामी दिनों में गणेश चतुर्थी, जन्माष्टमी, तीज- रक्षाबंधन सहित कई त्यौहार होंगे, तब यहां से विभिन्न क्षेत्रीय मंदिरों हेतु लाखों दर्शनार्थी एवं आमजन गुजरेंगे . उसके बावजूद क्षेत्रीय सड़क सुधार हेतु कोई विशेष प्रबंध तैयारी नहीं दिख रही
उपरोक्त समस्या बारीकी से देखने के के लिए हमारे संवाददाता ने रामगढ़ मोड़ चौराहे से माउंट रोड, कागदीवाड़ा तक, खासकर राम मंदिर और नहर के गणेश मार्ग तक गुज़रते हुए सड़कों की स्थिति की जाँच की.सिर्फ़ दो किलोमीटर के दायरे में हमारी टीम को सैकड़ों गड्ढे दिखाई दिए. गणेश चतुर्थी, जन्माष्टमी, तीज, रक्षाबंधन जैसे आगामी त्योहारों के साथ, विभिन्न क्षेत्रीय मंदिरों में जाने के लिए इन सड़कों से होकर आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है. पैदल यातायात में इस संभावित वृद्धि के बावजूद, क्षेत्रीय सड़कों की मरम्मत की तैयारी में कमी दिखाई देती है.
स्थानीय सतीश सेन से हमारी बात हुई तो उन्होंने बताया – “बारिश ही नहीं आए दिन इन सड़क के यही हाल रहते हैं, शिकायतें कर करके थक चुके, मजबूरी में बच्चे इसी रास्ते से घर स्कूल जाते हैं’
पुरानी बस्ती निवासी लखन महावर ने बताया – “मैंने कभी भी 6 महीने भी इन सड़कों को ठीक हालत में नहीं देखा गड्ढे टूट-फूट हमेशा रही है, कोई सुनवाई बदलाव नहीं”.
इस समस्या के लिए जब हमने हेरिटेज निगम की आयुक्त डॉ. निधि पटेल से बात करने की कोशिश की तो मीटिंग में होने की बात कही गई. क्षेत्रीय विधायक स्वामी बालमुकुंद आचार्य को भी कॉल लगाया गया परंतु उनका फोन लगातार व्यस्त आने के कारण बात नहीं हो पाई