Sunday 05/ 10/ 2025 

दिल्ली-NCR में सोमवार को मूसलाधार बारिश की संभावना, घर से निकलने से पहले जरूर पढ़ लें मौसम विभाग का ये अपडेट‘प्रशासनिक लापरवाही और कुप्रबंधन के चलते हुआ हादसा’, करूर भगदड़ पर NDA की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट में खुलासा – karur stampede administrative negligence mismanagement nda report ntc'हिंसक आंदोलन किसी नतीजे तक नहीं पहुंचते', RSS प्रमुख ने दशहरा पर संबोधन में Gen-Z का किया जिक्रKarwa Chauth 2025: करवाचौथ पर दिखना है सुंदर, इन 5 आसान तरीकों से घर बैठे पाएं ग्लोइंग स्किन – Karwa Chauth 2025 special beauty tips for natural Glowing face easy skincare tips at home tvisxJF-17 इंजन विवाद: रूस-पाकिस्तान डील के दावों पर भारत में सियासी भूचाल, कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामनेजयपुर: बीच सड़क पर लड़के और लड़कियों ने एक दूसरे को मारे थप्पड़, चप्पल से पीटा… वीडियो वायरल – jaipur boys and girls slapped beat each other video goes viral lclntटीचर ने चेक में 7616 को लिखा 'Saven Thursday Six Harendra Sixtey', फोटो वायरल होने पर सस्पेंडलिफ्ट का गेट खुला तो सामने फन फैलाए बैठा था कोबरा! नोएडा की सोसायटी में मच गया हड़कंप – Noida cobra snake sitting hood spread in society lift lclaयूके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ने भारतीय नौसेना के साथ समुद्री कोंकण अभ्यास किया शुरू, जानिए क्या है इसमें खास‘योगी जी चाहें तो दे दूंगा लिस्ट’, वाराणसी में अवैध निर्माण पर अजय राय का बड़ा दावा
देश

Patak Kaal: सूर्य ग्रहण का सूतक भारत में लगेगा? सूतक और पातक में अंतर भी समझिए – surya grahan 2025 date time sutak kaal sutak vs patak tvisc

Surya Grahan 2025: 21 सिंतबर की रात साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है. यह सूर्य ग्रहण रात 11 बजे से लेकर रात 3 बजकर 23 मिनट तक रहेगा. हालांकि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इसका सूतक काल मान्य होगा.  सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण जब भारत में दिखते हैं तो कुछ घंटों पहले सूतक लागू हो जाता है. लेकिन क्या कभी आपने पातक के बारे में सुना है.

सूतक और पातक का संबंध ग्रहण के अलावा जन्म और मृत्यु जैसी घटनाओं से भी जुड़ा होता है. ग्रहण के अलावा, जब किसी घर में बच्चा पैदा होता है, नाल काटने के बाद 6 या 10 दिन का सूतक लग जाता है. वहीं, घर में जब किसी मृत्यु होती है, तो घर में 13 दिन के लिए पातक लग जाता है. इस दौरान परिवार को अशुद्ध माना जाता है. इस समय लोग पूजा-पाठ और शुभ व मांगलिक कार्यों से दूर रहते हैं. आइए जानते हैं कि पातक कब कब लगता है और इसके नियम क्या हैं.

कब-कब लगता है पातक?

1. घर में जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो 13 दिन के लिए पातक लग जाता है. इसका असर केवल व्यक्ति तक सीमित नहीं रहता, बल्कि पूरे परिवार और उनके धार्मिक कर्मों को बाधित करता है. यही कारण है कि पातक को सूतक की अपेक्षा ज्यादा कठोर माना गया है. इस दौरान आप न पूजा-पाठ कर सकते हैं. किसी शुभ या धार्मिक कार्यक्रमों में भी शामिल होना वर्जित माना गया है. दान, विवाह या कोई भी शुभ कार्य वर्जित रहता है.

2. इसके अलावा, स्त्री का गर्भपात होना केवल शारीरिक पीड़ा नहीं, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी गंभीर दोष माना जाता है. गर्भ में पल रहा जीवन जब अधूरा रह जाता है, तो उसकी आत्मा का संस्कार अधूरा माना जाता है. ऐसे में भी घर में पातक लागू होता है. इसका प्रभाव पूरे परिवार की धार्मिक शुद्धि पर पड़ता है और इसका निवारण विशेष शांति कार्य से ही संभव है.

3. शास्त्रों में जीव-जंतु भी परिवार का अभिन्न हिस्सा माने गए हैं. जब किसी पालतू पशु या पक्षी की मृत्यु होती है तो उसे भी साधारण घटना नहीं माना गया है. परिवार से उनका संबंध हमेशा के लिए खत्म होने पर भी पातक लागू होता है.

पातक के प्रभाव और उपाय

पातक की स्थिति में धार्मिक कार्य वर्जित माने जाते हैं. घर में नकारात्मकता का वातावरण छाया रहता है. यह समय संयम, सात्विक भोजन और आत्म शुद्धि के लिए माना गया है. पातक से मुक्ति के लिए धर्मशास्त्रों ने कुछ उपाय बताए हैं. मृतक के लिए श्राद्ध और तर्पण करना, गर्भपात के बाद विशेष शांति पाठ कराना, पालतू की मृत्यु पर जलदान और गीता-पाठ करना शुभ माना गया है.

—- समाप्त —-


Source link

Check Also
Close



DEWATOGEL