Chetan Bhagat’s column: How to win a Gen-G’s heart? Try these 6 ways | चेतन भगत का कॉलम: जेन-जी का दिल कैसे जीतें? ये 6 तरीके आजमाकर देखें

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3 घंटे पहले
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चेतन भगत, अंग्रेजी के उपन्यासकार
एक अन्यथा उनींदे-से पहाड़ी देश में हुए विद्रोह ने दुनिया को सबसे शक्तिशाली सामाजिक समूह के बारे में सोचने को मजबूर कर दिया। यह समूह है- जेन-जी। नेपाल में सरकार का तख्ता पलट करने वाले हालिया प्रदर्शन इसलिए हुए थे, क्योंकि युवा पीढ़ी ने आंदोलन की बागडोर सम्भाल ली थी।
और वह भी इसलिए कि सरकार ने उनसे उनका इंटरनेट छीन लिया था। एक जमान था, जब फावड़ा-कुदाल लेकर आते किसानों से राजनेता खौफ खाते थे। लेकिन अब उन्हें रिंग लाइट्स लेकर आए युवाओं से डरना पड़ेगा। पहला सबक ये है कि युवाओं से उनका इंटरनेट कभी न छीनें।
भारत में भी तभी से विशेषज्ञ यह समझने की कोशिश में हैं कि हमारे अपने देश के जेन-जी आखिर क्या कर रहे हैं, और आगे क्या करेंगे। वे खुश हैं या उनमें ऐसी कोई सामूहिक निराशा है, जिसके बारे में हमें पता नहीं है। 1997 और 2012 के बीच जन्मे युवाओं को जेन-जी माना जाता है।
आज की बात करें तो ये 13 से 28 वर्ष के युवा हैं। फैसले लेने की हैसियत को लेकर अकसर उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता, फिर भी ब्रांड्स, एंटरटेनर्स, मीडिया के लोग, शिक्षक, राजनेता- सभी उन्हें लुभाने की कोशिश में रहते हैं। राहुल गांधी का जेन-जी तक सीधे पहुंच बनाने का हाई प्रोफाइल प्रयास सबसे नया है। भारत की जनसांख्यिकी में जेन-जी ना केवल बड़ी संख्या में हैं, बल्कि डिजिटली-कनेक्टेड भी हैं। वे हमेशा इंस्टाग्राम, रेडिट, डिस्कोर्ड, एक्स पर आपस में बातचीत करते रहते हैं और बड़े बदलाव लाने में सक्षम हैं।
अलबत्ता, ब्रांड्स या राजनेताओं के लिए जेन-जी का दिल जीतना आसान नहीं। कइयों ने ऐसी कोशिशें की, लेकिन विफल रहे। कुछ ने तो जेन-जी का गुस्सा तक मोल ले लिया। और जेन-जी का गुस्सा बहुत भारी पड़ता है। वे आपके मीम्स बनाएंगे, आपको कैंसल करेंगे, आपके बिजनेस मॉडल को नष्ट कर देंगे, चुनाव हरा देंगे, फिल्म फ्लॉप करेंगे और जैसा कि नेपाल में हुआ- सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। तो मान लीजिए कि जेन-जी कोड का कोई ‘क्रैक’ नहीं है। फिर भी कोई ऐसा करना चाहे तो उसके लिए ये छह गाइडलाइन्स हैं।
1. उनकी बुद्धिमत्ता का सम्मान करें : जब आप जेन-जी को इमोजी के जरिए बातें करते देखते हैं, तो उन्हें जज करना मुश्किल है। या तब जब वे घंटों रील्स देखते हैं, या किसी कोरियाई शो या लाबुबु टॉय के लिए दीवाने हो जाते हैं। लेकिन वे स्मार्ट हैं। वे गूगल के साथ बड़े हुए हैं और अब तो उनके पास चैटजीपीटी भी है। वे समस्या को जल्द हल करने पर दिमाग चलाते हैं। वे ट्रिप अरेंज कर सकते हैं। सामान की डिलीवरी करवा सकते हैं। यह पता लगा सकते हैं कि कौन उन्हें झूठे और भ्रामक डेटा से बहकाने की कोशिश कर रहा है। इस सबके लिए वे इंटरनेट का उपयोग करते हैं।
2. वास्तविक रहें : जाने कितने ब्रांड्स इन युवाओं की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की जी तोड़ मेहनत की है। लेकिन जेन-जी को लेकर कोई समझ नहीं होने से वे उनसे कनेक्ट होने के लिए हाथ-पैर मारते रह गए। राजनेताओं को भी जेन-जी के प्रति कोरे दिखावे और खोखले सिम्बॉलिज्म से सावधान रहना चाहिए। महज युवाओं जैसे कपड़े पहनने, स्लैंग बोलने और ‘मुझे युवा लोग पसंद हैं’ कहने भर से उनका दिल नहीं जीता जा सकता है। वास्तव में जो चीज काम आएगी, वह है वास्तविकता। सच्ची वास्तविकता, जिसमें आप अपनी ताकत के साथ अपनी सीमाओं और खामियों को भी बताने को तैयार हों।
3. उनसे बातें करें, ज्ञान ना दें : पुरानी पीढ़ी के लोगों को उपदेश देने की आदत होती है। लेकिन जैसे ही जेन-जी को लगता है कि यह एकतरफा भाषण है, वे ध्यान देना बंद कर देते हैं। यदि आप उनसे जुड़ना चाहते हैं, तो ज्ञान ना बांटें। 4. प्रोग्रेसिव बनें : अधिकतर उम्रदराज भारतीय ऐसे रूढ़िवादी मूल्यों में जकड़े हैं, जो जेन-जी के लिए मायने नहीं रखते। लेकिन जेन-जी का अपना वैल्यू-सिस्टम है, जो अधिक समावेशी और भविष्योन्मुखी है। रूढ़िवादी होकर आप उनका दिल नहीं जीत सकते। 5. जेन-जी की भाषा बोलें : यह हिंदी, अंग्रेजी या कोई स्थानीय भाषा नहीं- यह डिजिटल भाषा है। यदि आप जेन-जी से कनेक्ट होना चाहते हैं तो आपको यह भाषा आना जरूरी है। अगर आप यह नहीं बोल सकते तो फिर जेन-जी को भूल जाइए। 6. ह्यूमर का उपयोग करें : जेन-जी को मीम्स, व्यंग्य और हास्य पसंद है। यदि आप खुद पर हंस सकते हैं, तो वे आपको पसंद करेंगे। लेकिन यदि आप उन्हें डराने, नियंत्रित करने या खारिज करने की कोशिश करते हैं, तो वे आपको बेतहाशा रोस्ट करने से नहीं चूकेंगे।
जेन-जी आज दुनिया की सबसे ताकतवर सामाजिक और राजनीतिक शक्ति है। उनका दिल जीतना आसान तो नहीं, लेकिन नामुमकिन भी नहीं है। थोड़ा–सा सम्मान, सच्ची केयर और वास्तविकता बहुत कारगर साबित हो सकती है। (ये लेखक के अपने विचार हैं।)
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