Wednesday 15/ 10/ 2025 

Aaj Ka Mithun Rashifal 15 October 2025: धन लाभ के अवसर मिलेंगे, जरूरी टिप- क्रोध से बचेंजैसलमेर बस हादसा: राष्ट्रपति मुर्मू और PM मोदी ने जताया दुख, मुआवजे का भी ऐलानगाजा में नई जंग, हमास और कबीले के बीच खूनी झड़प‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने तोड़ी आतंकवाद की कमर, आतंकियों के लिए अब कोई जगह सुरक्षित नहीं: अमित शाहमर्डर या हादसा? दिल्ली के नाले में लाश मिलने से फैली सनसनी, नहीं हो सकी शिनाख्त – northeast Delhi unidentified man deadbody floating drain police crime ntcpvzभारत के इस राज्य में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर पैमाने पर मापी गई इतनी तीव्रता299 रुपये में मिल रहा घर का सामान, Flipkart दिवाली सेल में आए नए ऑफर्स – Flipkart Diwali Sale kitchen appliance Rs 299 ttecrलॉरेंस बिश्नोई-रोहित गोदारा को बड़ा झटका, गैंग का बड़ा बदमाश अमित पंडित अमेरिका में पकड़ा गया, जल्द लाया जाएगा भारतगाजियाबाद की सोसाइटी में रहस्यमय मौत! 31वीं मंजिल से गिरा सत्यम त्रिपाठी, लेकिन मोबाइल-चप्पल 24वीं मंजिल पर मिले – Mysterious death in Ghaziabad society Satyam Tripathi fell from 31st floor lclamहिजाब पहनकर पहुंची छात्रा को स्कूल ने क्लास में एंट्री से रोका, विवाद बढ़ने पर दो दिन की छुट्टी घोषित
देश

पहलगाम हमला: कलमा पढ़ने से प्रोफेसर की जान बची, आतंकी ने बगल में बैठे शख्स को मारी गोली लेकिन उसे छोड़ दिया

Pahalgam terrorist attack
Image Source : PTI
पहलगाम आतंकी हमले में 26 की मौत

पहलगाम: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। आतंकियों ने पर्यटकों से कलमा पढ़ने के लिए कहा और जो लोग कलमा नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी। इस घटनाक्रम के बीच असम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य की जान बाल-बाल बच गई। क्योंकि जब आतंकी गोली मार रहे थे तो उन्होंने कलमा पढ़ना शुरू कर दिया।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए थे। वह सिलचर के असम विश्वविद्यालय में बांग्ला पढ़ाते हैं। उन्होंने खुद बताया कि जब पहलगाम में आतंकी लोगों को गोली मार रहे थे तो उनके आसपास के लोग जमीन पर बैठ गए और कलमा पढ़ने लगे।

ये देखकर प्रोफेसर ने भी कलमा पढ़ना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक आतंकी उनके पास आया और उनसे पूछा कि वह क्या कर रहे हैं लेकिन प्रोफेसर ने आतंकी की बात का कोई जवाब नहीं दिया और कलमा पढ़ते रहे। ये देखकर आतंकी ने उन्हें नहीं मारा बल्कि उनके बगल में बैठे शख्स को गोली मार दी।

प्रोफेसर ने बताया कि इस घटना के बाद जैसे ही उन्होंने देखा कि आतंकी वहां से चले गए हैं तो वह फौरन उस जगह से अपनी पत्नी और बेटी के साथ निकल गए। वह 2 घंटे तक चलते रहे, इसके बाद उन्हें एक लोकल आदमी मिला, जिसकी मदद से वह पहलगाम पहुंचे।

प्रोफेसर इस घटना से सदमे में हैं और उनका कहना है कि वह किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम नहीं हैं। 

पहलगाम में क्या हुआ?

पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की और 26 लोगों की जान ले ली। आतंकियों ने लोगों को मारने से पहले उनका धर्म और नाम पूछा। आतंकियों ने पुरुषों के प्राइवेट पार्ट भी चेक किए और उनकी पैंट भी उतरवाई। इस घटना से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। (इनपुट: भाषा)

Latest India News




Source link

Check Also
Close



DEWATOGEL