Saturday 11/ 10/ 2025 

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N. Raghuraman’s column – What to do when machines try to defeat us? | एन. रघुरामन का कॉलम: जब मशीनें हमें हराने की कोशिश करने लगें, तब क्या करें?

7 दिन पहले

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एन. रघुरामन, मैनेजमेंट गुरु - Dainik Bhaskar

एन. रघुरामन, मैनेजमेंट गुरु

एक टीवी शो में सपना नाम से एक ब्यूटी पार्लर है, उसमें सपना का किरदार निभाते हुए काल्पनिक मसाज करने वाले कैरेक्टर के हिसाब से पटकथा लिखने वाले लेखक को निकट भविष्य में थोड़ी दुविधा हो सकती है। क्योंकि लेखक के लिए आसान था कि वह हर शो में कई बार एक ही लाइन को दोहराते।

महिलाओं के कपड़े पहने उस पुरुष एक्टर को याद करें, जो कहता रहता है कि ‘पहले उसके कपड़े उतारते हैं, और फिर तेल लगाते हैं।’ उसके कम से कम 50% पुराने डायलॉग अब बदलने पड़ेंगे। अब वह अपने कथन की शुरुआत कर सकता है कि ‘पहले उसके कपड़े उतारते हैं,’ और फिर संभवत: वह कहेगा कि ‘फिर उसे पार्लर के कपड़े पहनाते हैं…।’

क्या आप भौहें तानकर मुझसे पूछ रहे हैं कि कोई कपड़ों के ऊपर से तेल कैसे लगा सकता है? तो भविष्य के स्पा में आपका स्वागत है। भविष्य के पांच सितारा स्पा कोई तेल नहीं लगाएंगे। जी, हां। भविष्य के स्पा में आपके बाल चिपचिपे नहीं होंगे। आपको तेल और लोशन को धोकर साफ नहीं करना पड़ेगा।

आपको किसी को कोई टिप भी नहीं देना पड़ेगा। क्योंकि यह ‘एस्केप’ (Aescape) द्वारा संचालित मसाज है। यह नए दौर की एक मसाज टेबल है, जो एआई आधारित मशीनों से संचालित होती है। फोर सीजन्स, डब्ल्यू होटल्स, रिट्ज कार्लटन जैसी बड़ी होटल शृंखलाएं इसे पहले ही शुरू कर चुकी हैं और इसी हफ्ते मैंने सुना कि भारत के कुछ होटल भी ‘एस्केप’ खरीदने के लिए मोलभाव कर रहे हैं।

आप ताज्जुब कर रहे हैं कि क्या ये डीप फेक है? कैसे ये रोबोट पेशेवर स्पा मसाज थेरेपिस्ट को मात देंगे या इस बात पर चिंतित हैं कि मानवीय हाथों का स्थान मशीनी हाथ ले रहे हैं, तो मुझे यह स्पष्ट करने दें। हाईटेक रिक्लाइनर कुर्सियों की उन सभी तस्वीरों को भूल जाइए, जो आपने मॉल्स या एयरपोर्ट के लाउन्ज में देखी हैं।

यह सपना के पार्लर की भांति ही एक औपचारिक उपचार है और यहां पर भी एक पारंपरिक किन्तु अत्याधुनिक टेबल होगी। सिर्फ सपना यानी कोई थेरेपिस्ट नहीं होगा, लेकिन विशाल सफेद बांहें होंगी, जिसके मोटे पंजे आपकी पीठ दबाने को लिए तैयार होंगे।

ये कैसे काम करता है? ग्राहक को मसाज शुरू कराने के लिए इस बड़ी मसाज टेबल पर उल्टे मुंह लेटना होता है, जहां वह पारंपरिक फेस पिलो के भीतर से आईपैड को देखता है। ये मशीन आपको नाम से पुकारेगी और बताएगी कि कितनी मिनटों के लिए आपने सुविधा बुक की है। जैसे ही आपने बटन दबाया, यह आपसे दबाव समायोजित करने के बारे में पूछेगी और संगीत शुरू कर देगी।

यदि आप असमंजस में है तो जैसे सपना हर सप्ताह नई-नई मसाज के बारे में बताती है, ये भी आपको सुझाव देगी। जैसे यदि आप ‘एस्केप’ मसाज का सबसे अच्छा अनुभव चाहते हैं तो ‘इमर्स मोड’ को चुनें। पहले आधे समय में ये अधिक कसरत के कारण शरीर के पिछले हिस्से की मांसपेशियों में होने वाला दर्द दूर करेगी।

पारंपरिक व एस्केप संचालित मसाजों में प्रमुख अंतर ये है कि इस मसाज में ग्राहक को पूरे समय उल्टा मुंह लेटना होता है। अंत में यह आपसे उसके प्रदर्शन की रेटिंग देने और अपना सामान लेने के लिए कहती है, ताकि दूसरे ग्राहक के लिए जगह खाली हो।

आपको यह कैसा लगा? यूजर्स बताते हैं कि यह किंक्स (शरीर के घुमाव और झुकाव वाली जगह), हैमस्ट्रिंग्स और दर्द वाली जगहों के लिए बहुत बेहतर है। लेकिन उन सुगंधित क्रीम के बिना यह मसाज शरीर की सभी इंद्रियों को संतुष्ट नहीं करती है।

जब यूजर्स कहते हैं कि यह पैरों की मसाज के लिए सही नहीं है, तो मेरा चेहरा लटक जाता है, क्योंकि यही मसाज मुझे सबसे ज्यादा पसंद है। और जब मैंने सुना कि ये रोबोट आईटी पेशेवरों को सबसे अच्छी लगने वाली गर्दन और सिर की मसाज नहीं कर सकते, तो मेरी इच्छा हुई कि इस मशीन को 5 में से 1 अंक की रेटिंग दूं।

फंडा यह है कि यह एक ऐसा युग है, जिसमें मशीनें मानवों पर हावी होने की कोशिश करेंगी। लेकिन यही ऐसा समय भी है, जब वह सर्वाधिक विफल भी होंगी। इसलिए उनकी कमजोरियों को याद कर लीजिए और खुद को उत्कृष्ट बना लीजिए, ताकि भविष्य में मशीनों को हराया जा सके।

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