Tuesday 09/ 09/ 2025 

Rajat Sharma's Blog | नेपाल: बरसों से सुलगता हुआ गुस्सा फूट पड़ाApple Event 2025 Live Updates: Apple का बड़ा इवेंट, iPhone 17 सीरीज सहित ये प्रोडक्ट्स होंगे लॉन्च – apple event 2025 live updates iphone 17 series launch watch series 11 earpods pro 3 products details ttecmहिमाचल प्रदेश में PM मोदी ने किया हवाई सर्वेक्षण, बाढ़ से हुए नुकसान का लिया जायजामायावती का मजबूत होना क्या सपा की टेंशन बढ़ाएगा? जानिए यूपी के दंगल में कैसे बदलेगा गणित – mayawati bsp strong comeback strategy sp akhilesh yadav political challenges ntcpkb'बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ खड़ा है केंद्र', पीएम मोदी ने पंजाब और हिमाचल दौरे से पहले दिया बयानN. Raghuraman’s column – Be disciplined or spend more on bad habits, the decision is yours | एन. रघुरामन का कॉलम: अनुशासित बनें या बुरी आदतों पर अधिक खर्च करें, फैसला आपकाMultibagger Defence Stock: 6 महीने में पैसा डबल… कमाल का निकला ये डिफेंस स्टॉक, पांच साल में 2000% का धांसू रिटर्न – Money Double Stock defence share Apollo Micro Systems Gives multibagger return tutcउपराष्ट्रपति चुनाव के बीच जारी हैं बयानों के तीर, जानें किस सांसद ने क्या कहाAshutosh Varshney’s column – China is more important now, but opposition to America is in a hurry | आशुतोष वार्ष्णेय का कॉलम: चीन अब ज्यादा जरूरी, पर अमेरिका-विरोध जल्दबाजीकरोड़ों का घोटाला कर बन गए फर्जी डॉक्टर, मरीज बनकर पहुंची ATS ने दो शातिर ठगों को पकड़ा – Jaipur ATS caught fraudsters posing as fake doctors Lcly
देश

होम मिनिस्टर का इस्तीफा, 20 की मौत और सोशल मीडिया से बैन हटा… नेपाल में Gen-Z प्रदर्शनकारियों को क्या हासिल हुआ? – home minister resigns many dead social media ban lifted nepal ntc

नेपाल में सोमवार को सोशल मीडिया साइट्स पर सरकारी बैन के खिलाफ युवाओं के हिंसक प्रदर्शन ने हालात बिगाड़ दिए. पुलिस की सख्ती में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इस पूरे घटनाक्रम के बीच गृहमंत्री रमेश लेखक ने इस्तीफा दे दिया. हालात बिगड़ने पर राजधानी काठमांडू में नेपाली सेना को उतारना पड़ा. सेना ने नए बानेश्वर स्थित संसद परिसर के आसपास की सड़कों को अपने नियंत्रण में ले लिया.

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मृतकों पर दुख जताते हुए दावा किया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन में ‘कुछ अवांछित तत्वों की घुसपैठ’ के कारण हिंसा भड़की और सरकार को सार्वजनिक संपत्ति बचाने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा. उन्होंने कहा कि सरकार का मकसद सोशल मीडिया साइट्स को बैन करना नहीं बल्कि उन्हें रेगुलेट करना था. साथ ही उन्होंने 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपने वाली जांच समिति बनाने की घोषणा भी की.

सरकार ने वापस लिया बैन

सूचना व प्रसारण मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरूंग ने कैबिनेट की इमरजेंसी बैठक के बाद ऐलान किया कि सरकार ने सोशल मीडिया बैन वापस ले लिया है और संबंधित एजेंसियों को प्लेटफॉर्म्स को दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया तत्काल शुरू करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने ‘Gen-Z’ समूह से विरोध खत्म करने की अपील भी की.

काठमांडू में संसद के सामने हजारों युवाओं, जिनमें स्कूली छात्र भी शामिल थे, ने ‘Gen Z’ के बैनर तले विशाल प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए. कुछ प्रदर्शनकारी संसद परिसर में घुस गए तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन, आंसू गैस और रबर बुलेट्स चलाईं.

प्रदर्शनकारियों की मौत और होम मिनिस्टर का इस्तीफा

नेपाल पुलिस प्रवक्ता बिनोद घिमिरे ने बताया कि काठमांडू में झड़प में 17 और सुनसरी जिले में पुलिस फायरिंग में 2 लोगों की मौत हो गई. हिंसक प्रदर्शन पोखरा, बुटवल, भरतपुर, इटहरी और दमक तक फैल गए. नेपाल कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले गृहमंत्री रमेश लेखक ने घातक झड़पों के बाद नैतिक आधार पर इस्तीफा दे दिया. नेपाली कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री ओली को यह इस्तीफा प्रधानमंत्री आवास पर हुई कैबिनेट बैठक में शाम को सौंपा.

अस्पतालों में कम पड़ रही जगह

काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, आठ लोगों की मौत नेशनल ट्रॉमा सेंटर में, तीन-तीन की मौत एवरेस्ट व सिविल अस्पताल में, दो की काठमांडू मेडिकल कॉलेज में और एक की त्रिभुवन टीचिंग हॉस्पिटल में हुई. कुल मिलाकर देशभर के अस्पतालों में 347 से ज्यादा घायलों का इलाज चल रहा है. कई बड़े अस्पतालों में जगह कम पड़ने लगी है और मरीजों को दूसरे अस्पताल भेजा जा रहा है.

सरकार ने कहा- हमारा मकसद सिर्फ रेगुलेशन

हिंसा के बाद काठमांडू समेत कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया. ललितपुर, पोखरा, बुटवल और इटहरी तक पाबंदियां बढ़ा दी गईं. प्रशासन ने साफ किया कि ‘प्रतिबंधित इलाकों’ में किसी तरह का आंदोलन, धरना या भीड़ जुटाने की इजाजत नहीं होगी.

नेपाल सरकार ने 26 सोशल मीडिया साइट्स (फेसबुक, व्हाट्सऐप, एक्स, इंस्टाग्राम, यूट्यूब समेत) बैन कर दी थीं क्योंकि उन्होंने तय समय सीमा में नेपाल सरकार के पास रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था. सरकार का दावा है कि यह कदम सिर्फ ‘रेगुलेशन’ के लिए था, लेकिन आम लोगों को आशंका है कि इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला और सेंसरशिप बढ़ेगी.

प्रधानमंत्री ओली ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार हमेशा ‘अनियमितताओं और अहंकार का विरोध करेगी और किसी भी ऐसे कदम को स्वीकार नहीं करेगी जो राष्ट्र को कमजोर करता हो’. प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी सोशल मीडिया के खिलाफ नहीं है, ‘लेकिन जो स्वीकार्य नहीं है वह यह है कि कुछ लोग नेपाल में व्यापार करें, पैसा कमाएं और फिर भी कानून का पालन न करें’. इस कदम पर हो रही आलोचनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने प्रदर्शनकारियों और विरोध की आवाजों को ‘कठपुतली बताया, जो सिर्फ विरोध करने के लिए विरोध कर रहे हैं’.

पत्रकारों ने किया विरोध

पत्रकारों ने काठमांडू में धरना दिया और बैन को मीडिया की आजादी पर हमला बताया. वहीं कंप्यूटर एसोसिएशन ऑफ नेपाल (CAN) ने कहा कि फेसबुक, एक्स और यूट्यूब जैसे अहम प्लेटफॉर्म्स को बंद करना शिक्षा, बिजनेस, कम्युनिकेशन और आम लोगों की जिंदगी पर गंभीर असर डालेगा. 

CAN अध्यक्ष सुनेना घिमिरे ने चेतावनी दी कि इससे नेपाल डिजिटल दुनिया से पिछड़ सकता है. इस बीच सोशल मीडिया पर ‘नेपो किड’ ट्रेंड भी वायरल हो गया है, जिसमें युवा नेताओं और रसूखदार लोगों के बच्चों पर भ्रष्टाचार से कमाई गई सुविधाओं का मजा लेने का आरोप लगा रहे हैं.

—- समाप्त —-


Source link

Check Also
Close



TOGEL88