Thursday 18/ 09/ 2025 

'फौज ही एकमात्र ऐसी जगह है जहां कोई भाई-भतीजावाद नहीं होता', रांची में बोले सीडीएस अनिल चौहानमनाली में लगे ‘कंगना गो बैक’ के नारे, बारिश प्रभावित इलाके का दौरा करने गई थीं सांसद – kangana ranaut faced protests go back black flags affected heavy rains Manali ntc'गोवा का भूतिया एयरपोर्ट', व्यूज के लिए लगाई गलत हेडिंग, दिल्ली से गिरफ्तार हुआ यूट्यूबरProf. Nishit Sinha’s column – Today, one in seven people suffers from mental illness | प्रो. निशित सिन्हा का कॉलम: आज हर सात में से एक व्यक्ति मनोरोगों का सामना कर रहा है20 दिन, 11 हमले, दो बच्चियों की मौत… बहराइच में फिर फैली भेड़िये की दहशत – wolf terror spreads again in Bahraich two girls dead lclam'मैं 85 साल का हूं, मैं कहां रुक गया हूं', PM मोदी के 75 साल की उम्र में रिटायर होने के सवाल पर बोले शरद पवारJean Dreze’s column: The world’s silence on the Gaza massacre is deeply disturbing. | ज्यां द्रेज का कॉलम: गाजा के नरसंहार पर बहुत खटकती है दुनिया की चुप्पीगवर्नमेंट 'Quota Jobs' पर Allahbad HC का बड़ा फैसला"हाइड्रोजन बम फोड़ने वाले थे, फुलझड़ी से काम चलाना पड़ा", राहुल गांधी पर बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर का तंजSanjay Kumar’s column: Economy and foreign policy have now taken centre stage | संजय कुमार का कॉलम: इकोनॉमी और विदेश नीति अब केंद्रीय स्थान ले चुके हैं
देश

20 दिन, 11 हमले, दो बच्चियों की मौत… बहराइच में फिर फैली भेड़िये की दहशत – wolf terror spreads again in Bahraich two girls dead lclam

उत्तर प्रदेश बहराइच ज़िले के कैसरगंज और महसी तहसीलों के एक दर्जन गांवों में भेड़ियों के कथित हमलों की लहर ने दहशत फैला दी है. अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि पिछले 20 दिनों में 11 हमलों में दो बच्चियों की मौत हो गई है. साथ ही नौ लोग घायल भी हुए हैं. 

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अधिकारियों ने जानवरों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस, वन अधिकारियों और अन्य राज्यों के विशेषज्ञों सहित 100 से ज़्यादा कर्मियों को तैनात किया है. 

देवीपाटन मंडल की वन संरक्षक डॉ. सिमरन एम ने कहा, “एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है और टीमें थर्मल ड्रोन, नाइट-विज़न कैमरे और कैमरा ट्रैप का इस्तेमाल कर रही हैं.” इस बीच, ग्रामीणों ने लाठियों के सहारे गश्त शुरू कर दी है।

दरअसल, 9 सितंबर को ज्योति नाम की एक चार साल की बच्ची को कथित तौर पर एक भेड़िया उठा ले गया और अगली सुबह उसकी लाश मिली. फिर 11 सितंबर को तीन महीने की एक बच्ची, संध्या, को उसकी मां की गोद से छीन लिया गया और बाद में उसे गंभीर चोटों के साथ पाया गया. 

उधर, वन विभाग ने ड्रोन के ज़रिए दो भेड़ियों पर नज़र रखने की पुष्टि की है, लेकिन किसी को भी नहीं पकड़ा है. इस साल की घटनाएं पिछले साल हुए हमलों की एक जैसी ही सिरीज की याद दिलाती हैं, जब भेड़ियों के एक झुंड ने इसी क्षेत्र में नौ लोगों को मार डाला था और दर्जनों को घायल कर दिया था. तब सरकार ने इस क्षेत्र को “वन्यजीव आपदा-प्रवण क्षेत्र” घोषित किया था और जानवरों को पकड़ने के लिए “ऑपरेशन वुल्फ” शुरू किया था. 

—- समाप्त —-


Source link

Check Also
Close



TOGEL88