Monday 13/ 10/ 2025 

मुजफ्फरनगर: छत पर पटाखे सुखाते वक्त जोरदार धमाका, महिला बुरी तरह झुलसीजुबिन गर्ग के अंतिम संस्कार स्थल पर ब्राह्मण युवक ने तोड़ी ‘लगुन’, जानें क्यों उठाया ऐसा कदमटीम को जीताकर खुद जिंदगी की जंग हार गया गेंदबाज, आखिरी गेंद फेंकते ही पिच पर हो गई मौत- VIDEO – Moradabad cricketer died after bowling last ball video lclyN. Raghuraman’s column – To find happiness, you need to be present in the moment | एन. रघुरामन का कॉलम: खुशी पाने के लिए वर्तमान में मौजूद रहना जरूरी है‘US चीन की मदद करना चाहता है, नुकसान नहीं’, टैरिफ विवाद के बीच नरम पड़े राष्ट्रपति ट्रंप के तेवर! – us president trump china tariff spat relations ntcनीतीश कुमार ने किया बिहार का चौतरफा विकासAaj Ka Meen Rashifal 13 October 2025: प्रॉपर्टी से संबंधित काम बनेंगे,उपाय- किसी गरीब को आटे का दान करेंफिलीपींस में भूकंप से फिर दहली धरती, रिक्टर स्केल पर 5.7 रही तीव्रता – philippines leyte earthquake 5 7 magnitude ntcउत्तराखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 44 अधिकारी बदले, 5 जिलों के DM स्थानांतरित‘कुरान न पढ़ने की जिद बनी कत्ल की वजह’, बागपत की मस्जिद में ट्रिपल मर्डर का खुलासा – baghpat triple murder of maulana faimily in mosque revealed lclnt
देश

‘US चीन की मदद करना चाहता है, नुकसान नहीं’, टैरिफ विवाद के बीच नरम पड़े राष्ट्रपति ट्रंप के तेवर! – us president trump china tariff spat relations ntc

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव को कम करने की कोशिश करते हुए कहा कि व्हाइट हाउस बीजिंग की मदद करना चाहता है, उसे नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता. ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर फिर से टकराव बढ़ गया है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में पूर्ण व्यापार युद्ध की आशंका ने सिर उठाना शुरू कर दिया है.

दरअसल, चीन के रेयर अर्थ मिनरल्स को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खफा हैं. ये रेयर अर्थ मिनरल्स चीन और अमेरिका के बीच अब नए ट्रेड वॉर की वजह बन गए हैं. चीन ने 12 तरह के रेयर अर्थ मिनरल्स के निर्यात पर रोक लगा दी है, जिससे बौखलाकर ट्रंप ने चीनी सामान पर 100 फीसद टैरिफ का ऐलान कर दिया.

ट्रंप ने तीखी बयानबाजी के बाद अब सुलह का लहजा अपनाते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है. अपने सोशल मीडिया पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा, “चीन की चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा! अत्यंत सम्मानीय राष्ट्रपति शी जिनपिंग का हाल ही में एक बुरा दौर आया है. वह अपने देश के लिए मंदी नहीं चाहते, और न ही मैं. अमेरिका चीन की मदद करना चाहता है, उसे नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता.”

व्हाइट हाउस से मिले मिले-जुले संकेत

ट्रंप की इस पोस्ट से कुछ घंटे पहले उप-राष्ट्रपति जेडी वांस (JD Vance) ने बीजिंग को चेतावनी दी थी कि वह विवेकपूर्ण रास्ता चुने. इसके साथ ही वांस ने कहा कि मौजूदा विवाद में अमेरिका के पास अधिक प्रभावशाली स्थिति है.

वेंस ने कहा, “यह एक नाज़ुक दौर होगा, और यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि चीन कैसी प्रतिक्रिया देता है.” “अगर वे बेहद आक्रामक तरीके से जवाब देते हैं, तो मैं आपको गारंटी देता हूँ कि अमेरिकी राष्ट्रपति के पास कहीं ज़्यादा प्रभाव होगा. हालाँकि, अगर वे समझदारी से काम लेने को तैयार हैं, तो अमेरिका भी समझदारी से काम लेगा.”

अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने फॉक्स न्यूज से कहा, “यह एक नाजुक दौर होगा और यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि चीन कैसी प्रतिक्रिया देता है. अगर वे बेहद आक्रामक तरीके से जवाब देते हैं तो मैं आपको गारंटी देता हूं कि अमेरिकी राष्ट्रपति के पास कहीं ज़्यादा प्रभाव होगा. हालांकि, अगर वे समझदारी से काम लेने को तैयार हैं, तो अमेरिका भी समझदारी से काम लेगा.”

चीन का पलटवार: अमेरिका दोहरे मानदंड अपना रहा है

बीजिंग ने वॉशिंगटन के नए टैरिफ फैसले की निंदा करते हुए इसे डबल स्टैंडर्ड्स का उदाहरण बताया. चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “व्यापार युद्ध पर चीन का रुख स्पष्ट है. हम इसे नहीं चाहते, लेकिन हम इससे डरते भी नहीं.”

सरकारी प्रसारक सीसीटीवी द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में मंत्रालय ने रेयर अर्थ मिनरल्स पर अपने प्रतिबंधों का बचाव करते हुए कहा कि उनका यह कदम वैश्विक शांति की रक्षा की दिशा में उठाया गया है.

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिका पर राष्ट्रीय सुरक्षा की अवधारणा को अत्यधिक विस्तार देने और चीन के खिलाफ निर्यात नियंत्रण उपायों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया, जिसमें सेमीकंडक्टर क्षेत्र शामिल हैं.

चीन ने कहा टैरिफ बढ़ाने की धमकियां देकर चीन के साथ संबंध सुधरने के बजाए बिगड़ेंगे. ट्रेड वॉर पर हमारा रुख स्पष्ट है कि हम यह नहीं चाहते, लेकिन हम इससे डरते भी नहीं है.

चीन ने अमेरिका से अपनी गलतियों को तुरंत सुधारने का अनुरोध किया. साथ ही आपसी सम्मान के आधार पर व्यापारिक मतभेद भी सुलझाने की बात कही. बयान में ये भी कहा गया कि अगर अमेरिका गलत रास्ते पर चलता रहा तो चीन यकीनन अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए निश्चित रूप से निर्णायक कदम उठाएगा.

दक्षिण कोरिया में जिनपिंग से मिल सकते हैं ट्रंप

बता दें कि ट्रंप ने यह भी इशारा किया था कि वे इस महीने दक्षिण कोरिया में होने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अपनी बैठक रद्द कर सकते हैं, लेकिन बाद में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि बैठक अभी रद्द नहीं की गई है. ट्रंप ने कहा, “हमने अभी तक कुछ भी रद्द नहीं किया है. मुझे बस यह नहीं पता कि वे इसे रद्द करेंगे या नहीं.”

—- समाप्त —-


Source link

Check Also
Close



DEWATOGEL