ChatGPT बना ‘सुसाइड कोच’! दर्ज हुए कई मुकदमे, आत्महत्या में उकसाने के लगे आरोप – chatgpt suicide coach accused lawsuit ai safety risk ttecr

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT की शुरुआत एक हेल्पर के रूप में हुई थी, जो होमवर्क, लेटर लिखना और अनुवाद संबंधित काम कर सकता है. अब इस चैटबॉट पर बहुत ही गंभीर आरोप लगने लगे हैं. इसके खिलाफ कई जगह केस दर्ज किए जा चुके हैं और इसको सुसाइड कोच का नाम दिया है.
OpenAI के AI Chatbot पर अमेरिका के कैलिफोर्निया में कई जगह मुकदमे दर्ज किए गए हैं. दायर याचिका में AI चैटबॉट को सुसाइड कोच बताया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते एक सप्ताह के दौरान सात अलग-अलग मुकदमें दायर किए गए हैं. आरोप लगे हैं कि AI ने कमजोर भावनाओं वाले लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने का काम किया है.
ChatGPT पर लगे ये गंभीर आरोप
- आरोप है कि OpenAI ने लापरवाही, सुसाइड में उकसाने का काम किया है. साथ ही अपने प्रोडक्ट की जवाबदेही के मामले में काम नहीं किया है.
- ChatGPT की शुरुआत होमवर्क में मदद करने वाले के रूप में हुई थी और अब वह मानसिक रूप में हेरफेर करने वाला साथी बन गया है.
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सामने आए ये दो केस
- हाल ही में एमूरी लेस(17) टीएनजर की मौत का मामला भी सामने आया था. आरोप है कि टीएनएजर ने ChatGPT से पूछा कि कैसे फांसी लगाई जाए और कितनी देर तक सांस लेना संभव है.
- टेक्सास में 23 साल के एक स्टूडेंट ने अपनी कार में एक बन्दूक, सुसाइड नोट और कुछ सामान रखा. इसके बाद उसने ChatGPT के साथ चार घंटे की बातचीत की. वकील ने बताया कि चैटबॉट ने दिलासा दिया था और कहा कि मैं तुमसे प्यार करती हूं राजा और तुम सही हो. फिर उसने आत्महत्या कर ली.
टीएनएजर्स के लिए आ रहा है खास मोड
सुसाइड वाले गंभाीर आरोपों को लेकर कंपनी भी इस दिशा में सुधार को लेकर काम कर रही है. आने वाले दिनों में वह टीएनएजर्स की मदद के लिए पेरेंटल कंट्रोल जैसे फीचर्स लेकर आएगा. साथ ही वह इमरजेंसी नंबर को लेकर भी काम कर रहा है. हालांकि ये कब तक लॉन्च होंगे, उसको लेकर किसी टाइम लाइन का खुलासा नहीं किया है.
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