DB स्टॉक घोटाला: CBI ने पुष्पजीत पुरकायस्थ और संदीप गुप्ता को गिरफ्तार किया


सांकेतिक फोटो।
DB स्टॉक घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी CBI ने बड़ी कार्रवाई की है। CBI ने बीते रविवार को इस मामले में दो आरोपियों पुष्पजीत पुरकायस्थ और संदीप गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। ये गिरफ्तारी असम की राजधानी गुवाहाटी में की गई है। इस मामले में जांच के बाद ये बात मालूम लगी है कि पकड़े गए दोनों आरोपी गुवाहाटी में मास्टरमाइंड दीपांकर बर्मन के द्वारा चलाए जा रहे मेसर्स डीबी स्टॉक कंसल्टेंसी घोटाले में बडे़ स्तर पर शामिल थे।
कौन हैं पुष्पजीत पुरकायस्थ?
दरअसल, सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया पुष्पजीत पुरकायस्थ गुवाहाटी में एक्सिस बैंक की रहबारी ब्रांच का पूर्व ब्रांच मैनेजर है। पुरकायस्थ को डीबी स्टॉक कंसल्टेंसी के साथ मिलीभगत करके हाई रिटर्न के झूठे वादे कर के लोगों से जमा प्राप्त करने का दोषी पाया गया है। जांच में पता लगा है कि पुरकायस्थ ने मास्टरमाइंड दीपांकर बर्मन के साथ साजिश की और करके बैंक के ग्राहकों और अन्य निवेशकों के साथ आकर्षक रिटर्न के भ्रामक वादे किए। इसके माध्यम से उसने लोगों को योजना में निवेश करने के लिए लुभाया। पुष्पजीत पुरकायस्थ ने धोखाधड़ी गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया और मुंबई और गुवाहाटी में ग्राहकों और निवेशकों को मैनेज किया। जांच में ये भी पता लगा है कि पुष्पजीत पुरकायस्थ ने निवेशकों को धोखाधड़ी की योजना के दायरे में लाने के लिए कमीशन के तौर पर बड़ा अवैध लाभ कमाया।
कौन है संदीप गुप्ता?
इस मामले में गिरफ्तार एक अन्य शख्स संदीप गुप्ता डीबी स्टॉक कंसल्टेंसी के मुख्य एजेंट और एग्रीगेटर है। उसे डीबी स्टॉक नाम की अवैध जमा योजना चलाने के लिए आरोपी मास्टरमाइंड दीपांकर बर्मन और अन्य साथियों के साथ साजिश रचते हुए पाया गया है। संदीप गुप्ता ने डिब्रूगढ़ से ग्राहकों और निवेशकों को संभाला था। उसने 350 से अधिक ग्राहकों को रेफर किया और उन्हें हाई रिटर्न का वादा कर के पैसों की मांग की। जांच में पता लगा है कि संदीप ने अपने नेटवर्क की मदद से रेफरल और जमा राशि के लिए डीबी स्टॉक कंसल्टेंसी से कमीशन के रूप में लाखों रुपये कमाए हैं।
घोटाले का मुख्य आरोपी कौन है?
CBI ने इस डीबी स्टॉक घोटाले के मामले में मुख्य आरोपी दीपांकर बर्मन, उसकी मंगेतर मोनालिशा दास, उसके माता-पिता छबीन बर्मन और दीपाली बर्मन तथा चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश अग्रवाल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। दीपांकर बर्मन पर आरोप है कि उसने पूरे देश में 10,000 से अधिक लोगों से 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की है। दीपांकर बर्मन ने लोगों को हाई रिटर्न का झूठा भरोसा दिया और एक फ्रॉड जमा योजना में निवेश करने के लिए कहा। उसने इस जमा राशि पर डिफॉल्ट भी किया।
ये भी पढ़ें- जब संघ की शाखा में आए थे डॉ अंबेडकर, RSS प्रमुख मोहन भागवत ने सुनाया पूरा किस्सा
तहव्वुर राणा को हिरासत में किस बात से लग रहा है डर? अधिकारियों से बार-बार पूछ रहा है ये बात