Wednesday 15/ 10/ 2025 

Pt. Vijayshankar Mehta’s column – Give everything to your children but also give them advice in your will | पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम: बच्चों को सब दें लेकिन वसीयत में नसीहत भी दें‘यूक्रेन से एक हफ्ते में जीत लेनी थी जंग’, रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर ट्रंप का तंज, बोले- मैं बहुत निराश हूं क्योंकि… – us president trump putin ukraine war tomahawk missiles ntc"मुस्लिम लड़की को हिजाब पहनकर पढ़ाई जारी रखने की अनुमति दें", केरल के शिक्षा मंत्री ने ईसाई स्कूल को दिए निर्देश‘ये चीन Vs वर्ल्ड है…’, रेयर अर्थ मिनरल्स पर अमेरिका ने ड्रैगन के खिलाफ मांगा भारत का सपोर्ट – china vs world india Scott Bessent us rare earth minerals ntc'ऑपरेशन सिंदूर का अगला चरण और भी घातक होगा', पश्चिमी कमान के कमांडर ने पाकिस्तान को दी बड़ी चेतावनीAaj Ka Mithun Rashifal 15 October 2025: धन लाभ के अवसर मिलेंगे, जरूरी टिप- क्रोध से बचेंजैसलमेर बस हादसा: राष्ट्रपति मुर्मू और PM मोदी ने जताया दुख, मुआवजे का भी ऐलानगाजा में नई जंग, हमास और कबीले के बीच खूनी झड़प‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने तोड़ी आतंकवाद की कमर, आतंकियों के लिए अब कोई जगह सुरक्षित नहीं: अमित शाहमर्डर या हादसा? दिल्ली के नाले में लाश मिलने से फैली सनसनी, नहीं हो सकी शिनाख्त – northeast Delhi unidentified man deadbody floating drain police crime ntcpvz
देश

वैज्ञानिकों ने बताई धरती की तबाही की तारीख? नई रिसर्च ने दुनिया को चौंकाया

धरती के अंत पर नई रिसर्च आई सामने

धरती के अंत पर नई रिसर्च आई सामने

दुनिया के खत्म होने को लेकर कई तरह के दावे किए जाते रहे हैं। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि धरती विनाश की ओर बढ़ रही है। इस बीच, एक नई रिसर्च सामने आई, जिसमें वैज्ञानिकों ने गंभीर चेतावनी दी है। दरअसल, नासा और जापान की यूनिवर्सिटी ऑफ टोहो के वैज्ञानिकों ने एक नई रिसर्च से दुनिया को एक बार फिर हैरानी में डाल दिया है। इस रिसर्च के मुताबिक, धरती पर जीवन का अंत तय हो चुका है।

वैज्ञानिकों ने सुपरकंप्यूटर और मैथमैटिकल मॉडल की मदद से यह अनुमान लगाया है कि धरती पर जीवन अगले एक अरब साल तक संभव रहेगा। हालांकि, उनकी रिपोर्ट के अनुसार, साल 1,000,002,021 तक धरती पर जीवन पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। यानी एक दिन ऐसा आएगा, जब धरती से हर तरह का जीवन समाप्त हो जाएगा।

सूर्य की बढ़ती ऊर्जा के कारण संकट

वैज्ञानिकों का मानना है कि धरती के अंत का मुख्य कारण सूर्य होगा। जैसे-जैसे सूर्य का आकार बढ़ेगा, उसकी थर्मल ऊर्जा में भी वृद्धि होगी। इसका असर पृथ्वी समेत सभी ग्रहों पर पड़ेगा। तापमान में अत्यधिक वृद्धि होगी, जिससे ऑक्सीजन की मात्रा घट जाएगी और इंसान समेत अन्य जीवों का जीवित रहना असंभव हो जाएगा।

इंसान की गतिविधियों से उत्पन्न हो रही समस्याएं

इस रिसर्च में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इंसानों की गतिविधियों की वजह से जलवायु परिवर्तन पहले से ही खतरनाक दिशा में बढ़ रहा है। ग्लोबल वॉर्मिंग, प्रदूषण और जंगलों की अंधाधुंध कटाई जैसे कारण धरती को धीरे-धीरे कमजोर बना रहे हैं। ये सभी बदलाव धरती के विनाश की ओर ले जा रहे हैं, जिससे भविष्य में जीवन के लिए स्थिति और भी खराब हो सकती है।

क्या तकनीक से बच सकती है धरती?

हालांकि, वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि तकनीकी विकास की मदद से इन बदलावों को नियंत्रित किया जा सकता है। भविष्य में आर्टिफिशियल वातावरण में जीवन जीने के लिए नई तकनीकों पर काम हो रहा है। इसके अलावा, मंगल जैसे ग्रहों पर जीवन के नए अवसरों की तलाश भी जारी है, जिससे इंसान अपने अस्तित्व को बचा सकता है।

ये भी पढ़ें-

जेद्दा से आई फ्लाइट की दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग, केबिन क्रू समेत 404 यात्री थे सवार

कर्नाटक के पूर्व DGP का मर्डर केस CCB को ट्रांसफर, सलाखों के पीछे पत्नी-बेटी

Latest India News




Source link

Check Also
Close



DEWATOGEL