Tuesday 02/ 12/ 2025 

मौत का Live वीडियो… मैकेनिक के पास स्कूटी ले जाते समय आया हार्ट अटैक, 27 साल के विनीत ने ऑन-द-स्पॉट तोड़ा दम – young man carrying scooter on foot died of heart attack Indore lclnभारतीय नौसेना को जल्द मिलेगी परमाणु हथियारों से लैस पनडुब्बी INS अरिधमान, नेवी चीफ ने दी बड़ी जानकारीN. Raghuraman’s column – If money gets the flavour of charity, its value increases manifold | एन. रघुरामन का कॉलम: यदि पैसे को चैरिटी का रंग मिल जाए तो इसकी कीमत कई गुना बढ़ जाती हैSamantha की वेडिंग फोटो में डायमंग रिंग देखकर लगे कयास!Karnataka Politics: फिर सजी शिवकुमार-सिद्धारमैया के नाश्ते की टेबल, क्या क्या परोसा गया? देखें वीडियोJayati Ghosh’s column: Global inequality has become a disaster. | जयती घोष का कॉलम: दुनिया में फैली असमानता अब एक आपदा बन चुकी हैसंघ के 100 साल: जब स्वयंसेवकों की मदद से ब्रिगेडियर प्रीतम सिंह ने रातोरात एयरस्ट्रिप बना पुंछ को बचाया था – sangh 100 years rss news 1947 india partition volunteers war bhuj air strip ntcpplठिठुरन की जद में उत्तर भारत, दिल्ली-NCR से लेकर यूपी-बिहार तक बढ़ी ठंड; जानें मौसम का हालNavneet Gurjar’s column – ‘SIR’, please forgive us now! | नवनीत गुर्जर का कॉलम: ‘SIR’, अब कहीं तो हमें माफ कर दीजिए!AQI का नया डेटा बता रहा दिल्ली-एनसीआर में कितना खतरनाक होता जा रहा है वायु प्रदूषण – Delhi air quality turns Very poor again AQI reaches 387 in Bawana ntc
देश

Pt. Vijayshankar Mehta’s column – Give your children a protective shield that protects them from bad habits | पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम: संतानों को ऐसा रक्षा कवच दें, जो दुर्गुणों से उन्हें बचाए

  • Hindi News
  • Opinion
  • Pt. Vijayshankar Mehta’s Column Give Your Children A Protective Shield That Protects Them From Bad Habits

56 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
पं. विजयशंकर मेहता - Dainik Bhaskar

पं. विजयशंकर मेहता

वातावरण का अपना प्रभाव होता है। माहौल की अपनी भाषा होती है। कहा जाता है कि स्थितियों को पॉजिटिव रखिए। एक सीधा प्रयोग है। गाय से जुड़ी जितनी वस्तुएं हमारे आसपास होंगी, पॉजिटिविटी आएगी। गाय का दूध, घी, गोबर से बने कंडे और जितनी सामग्री है, इनमें नैसर्गिक पॉजिटिविटी है।

हमारी संस्कृति में एक तिथि मनाई जाती है- गोवत्स द्वादशी। कहते हैं इसका व्रत राजा उत्तानपाद और उनकी पत्नी सुनीति ने किया था तो उनको संतान के रूप में ध्रुव प्राप्त हुए थे। उत्तानपाद की एक और रानी थीं सुरुचि, जिनके बेटे का नाम था उत्तम। लेकिन ध्रुव अपने सदाचरण से सारी दुनिया में छा गए और उत्तम लगभग बर्बाद हो गए।

गोवत्स द्वादशी का यह व्रत संतानों के हित के लिए किया जाता है। संतानें यदि नीति से पाली जाएं तो ध्रुव बन जाएंगी और रुचि से पाली जाएं तो उत्तम की तरह भटक सकती हैं। इसलिए हमारे पारिवारिक जीवन में संतानों को ऐसा रक्षा कवच दें, जो दुर्गुणों से उन्हें बचाए और उस कवच का नाम है– गो की वस्तुएं।

खबरें और भी हैं…

Source link

Check Also
Close



DEWATOGEL


DEWATOGEL