‘अमेरिका से टैरिफ के मुद्दे पर बात कर रहा भारत’, विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को लेकर कही ये बात


विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को लेकर कही ये बात
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से अलग-अलग मुद्दों पर बयान जारी किया गया है। पाकिस्तान के COAS के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय ने कहा, कोई विदेशी चीज कैसे किसी के गले में अटक सकती है। यह भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है। पाकिस्तान के साथ इसका एकमात्र संबंध उस देश द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली करना है। वहीं आतंकी तहव्वुर राणा को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान लाख कोशिश कर ले, लेकिन वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में उसकी प्रतिष्टा कम नहीं होगी। राणा का प्रत्यर्पण पाकिस्तान को याद दिलाता है कि उसे मुंबई हमलों के अन्य अफराधियों को न्यायिक कटघरे में लाने की जरूरत है, जिन्हें वह अबतक बचा रहा है।
वक्फ भारत का आंतरिक मामला: विदेश मंत्रालय
वक्फ संशोधन अधिनियम पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “वक्फ विधेयक के सभी तत्व भारत का आंतरिक मामला है। वक्फ संशोधन विधेयक में ऐसे नियम सुझाए गए हैं जो सभी को साथ लेकर चलें और समाज के लिए बेहतर हों। इसका मकसद यह है कि जिन लोगों के लिए यह बनाया गया है, उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले।” उन्होंने बांग्लादेश के मुद्दे पर आगे कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ दोस्ताना रिश्ते रखना चाहता है। हम चाहते हैं कि बांग्लादेश में लोकतंत्र मजबूत हो और सबको बराबर मौका मिले। व्यापार की बात करें तो पिछले हफ्ते हमने सामान भेजने की सुविधा (ट्रांसशिपमेंट) के बारे में बताया था।
अमेरिका से बातचीत कर रहा भारत: विदेश मंत्रालय
रणधीर जायसवाल ने आगे रूस के मामले पर कहा कि रूस के राष्ट्रपति ने हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्यौता भेजा है। रुस में होने वाले विजय दिवस समारोह में भारत की जो भी भागीदारी होगी, उसके बारे में जल्द ही जानकारी दी जाएगी। वहीं भारत और चीन के बीच उड़ान के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत और चीन ने सैद्धांतिक रूप से हवाई सेवाएं फिर से शुरू करने पर सहमति जताई है। दोनों देशों की तकनीकी टीमें इस लिहाज से लगातार काम कर रही हैं। वहीं कैलाश मानसरोवर यात्रा और अमेरिका से साथ व्यापार को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए जल्द ही सूचना जारी की जाएगी। वहीं अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के मुद्दे पर भारत सरकार अमेरिका से बातचीत कर रही है, ताकि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता अच्छे टर्म्स पर हो सके।