भारत ने पाकिस्तान के सरगोधा एयरबेस पर किया बड़ा हमला, रनवे डैमेज, सैटेलाइट इमेज में दिखी तबाही


सरगोधा एयरबेस
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंचा गया है। पाकिस्तान की ओर से लगातार भारत पर मिसाइल, ड्रोन और फाइटर प्लेन से हमले किए जा रहे हैं। भारत भी जबरदस्त तरीके से पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई कर रहा है। अब भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के सामरिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण हवाईअड्डे सरगोधा एयरबेस को तबाह कर दिया है। इस एयरबेस की सेटेलाइट तस्वीर में रनवे पर गहरे गड्ढे की तस्वीर साफ दिखाई दे रही है। तस्वीर में साफ पता चलता है कि रनवे पूरी तरह से तहस-नहस हो गया है।
यह जानकारी ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) विश्लेषक, सैन्य गतिविधियों और भू-राजनीतिक घटनाओं की निगरानी के लिए जाने-माने एक्सपर्ट Damien Symon की ट्वीट से मिली है। उन्हें एक्स पर ट्वीट कर सरगोधा एयरबेस रनवे की दो सैटेलाइट तस्वीर साझा की है। एक तस्वीर हमले के पहले की है। दूसरी तस्वीर हमले के बाद की है। इसमें साफ दिखाई दे रहा है कि हमले के बाद रनवे के बीचोबीच में एक गहरा गड्ढा हो गया है।
सरगोधा एयरबेस पाकिस्तान के लिए क्यो था महत्वपूर्ण?
1. प्रमुख ऑपरेशनल एयरबेस
सरगोधा एयरबेस (Sargodha Air Base) पाकिस्तान के लिए रणनीतिक और सैन्य दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण एयरबेस रहा है। यह पाकिस्तान वायुसेना का एक प्रमुख ऑपरेशनल बेस है। इन कारणाों से यह एयरबेस काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।
2. स्ट्रैटेजिक लोकेशन
सरगोधा एयरबेस पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है, जो भारतीय सीमा के नजदीक है। यह भारत के साथ हवाई युद्ध के लिए एक अहम हवाई पट्टी है।
3. पाक वायुसेना का प्रमुख केंद्र
यह PAF की नंबर 1 स्ट्राइक कमांड का मुख्यालय है, जो पाकिस्तान के हवाई हमले और रक्षा संचालन को नियंत्रित करता है। यहां F-16 और JF-17 थंडर जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान तैनात रहते हैं।
4. आधुनिक रडार और सुरक्षा प्रणाली
यहां एयर डिफेंस रडार और सर्विलांस सिस्टम मौजूद हैं, जो पाकिस्तान की वायु सीमाओं की निगरानी करते हैं। सरगोधा एयरबेस पर चीन के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास होते हैं, जिससे यह चीन-पाकिस्तान सैन्य गठजोड़ का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है।
1965 में भी भारत ने किया था तबाह
इससे पहले साल 1965 में भारत ने पाकिस्तान के सरगोधा एयरबेस पर एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें उनके कई विमान नष्ट हो गए थे। यह एयरबेस सेंट्रल एयर कमांड के अधीन है और इसमें कमांड मुख्यालय भी है। 2003 तक इसे पीएएफ बेस सरगोधा के नाम से जाना जाता था। बाद में इसका नाम बदलकर भूतपूर्व बेस कमांडर और चीफ ऑफ द एयर स्टाफ एयर चीफ मार्शल मुशफ अली मीर के सम्मान में रखा गया, जिनका विमान उसी साल कोहाट के पास एक नियमित उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।