Friday 10/ 10/ 2025 

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N. Raghuraman’s column – AI is not the future, it’s the present – so adopt it today | एन. रघुरामन का कॉलम: एआई भविष्य नहीं, वर्तमान है- इसलिए इसे आज ही अपनाएं

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7 घंटे पहले

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एन. रघुरामन, मैनेजमेंट गुरु - Dainik Bhaskar

एन. रघुरामन, मैनेजमेंट गुरु

कोविड से पहले के उन वर्षों को याद करें। कुछ एआई संचालित स्पीकरों ने हमें भविष्य का अनुभव दिया था। कुछ समय पहले जब एआई चैटबॉट और चैटजीपीटी आए तो ये स्पीकर हमें पुराने लगने लगे। इस सप्ताह की शुरुआत में अमेजन के एलेक्सा प्लस और गूगल के जैमिनाए ने दिखाया कि स्मार्ट होम अब और स्मार्ट होने जा रहे हैं। जबकि कई लोग स्मार्टेस्ट होम श्रेणी में जाने के लिए एपल के सिरी का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में 2025 के अंत तक हमारे सामने कई और बड़े बदलाव आने वाले हैं।

घरों में परिचित चेहरों के लिए अब डोर-बेल नहीं बजेगी। आपको अब यह कहने की जरूरत नहीं कि ‘जाकर देखो कि दरवाजे पर कौन आया है?’ स्मार्ट कैमरा ही चेहरे पहचानेगा और आपको उनके नाम बता देगा। आपके दरवाजे तक पहुंचने से पहले ही सिस्टम आगंतुकों से कहेगा कि ‘गुड ईवनिंग, कृपया मुझे कुछ क्षण दें, मैं गेट खोल रहा हूं।’

अगर किसी ने आपकी सुंदर घास खराब की तो आप पूछ सकते हैं कि ‘मेरी घास किसने खाई?’ और स्मार्टेस्ट स्पीकर बताएगा कि ‘पड़ोसी के घर से दो खरगोश आए थे। उनमें से एक भूरे रंग का था और उन्होंने घास खा ली।’ खरगोश कब आए, यह जानने के लिए आपको कई घंटों का वीडियो स्क्रॉल करने की जरूरत भी नहीं।

आप यह तक पूछ सकते हैं कि ‘माली आखिरी बार कब आया था?’ सिस्टम पिछले छह महीनों में माली के आने की तारीखें और समय बता देगा। यह सिस्टम अब इतना स्मार्ट है कि आप उससे कुछ भी पूछ सकते हैं। मसलन, अगर आप कहते हैं कि ‘मुझे सुरक्षित महसूस कराओ’ तो यह तुरंत सभी दरवाजे, खिड़कियां जांचेगा और आपको बताएगा। जब आप कहेंगे कि ‘हमारे घर को सुरक्षित करो’ तो यह वैसा ही करेगा, लेकिन साथ ही लाइटों को ऐसी टाइमिंग से बंद करेगा कि बाहर वालों को लगे कि घर में कोई एक से दूसरे कमरे में घूम रहा है।

स्मार्ट स्पीकर अब वर्चुअल असिस्टेंट बन चुके हैं। आप पूछ सकते हैं ‘मेरी वॉशिंग मशीन में पानी की लाइन बंद हो गई है, क्या करूं?’ यह आपको बताएगा टेक्नीशियन को बुलाने से पहले क्या चेक करें। भरोसा करिए कि ये सुझाव टेक्नीशियन के विजिटिंग चार्ज के बहुत पैसे बचा देंगे। यदि आपका कुत्ता दीवार फांदकर बाहर चला गया तो वर्चुअल असिस्टेंट से पूछें। उसका कैमरा बताएगा कि आपका कुत्ता अभी किस जगह पर है।

दक्षिण-पूर्व यूरोप के देश अल्बानिया ने इसी साल जनवरी में ई-अल्बानिया प्लेटफॉर्म पर एआई को वर्चुअल असिस्टेंट के रूप में लॉन्च किया, जहां उसने सरकारी दस्तावेजों को लेकर नागरिकों और व्यवसायों की मदद की। 28 लाख से कम आबादी वाले इस देश को एक निम्न आय वाला देश माना जाता है।

राष्ट्रपति के आदेश से सितंबर 2025 में इस सिस्टम को ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस राज्य मंत्री’ का दर्जा दिया गया। इस तरह डिएला नाम की यह मंत्री ऐसा दर्जा पाने वाली दुनिया की सबसे पहली एआई सिस्टम बन गई। डिएला कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि एक एआई बॉट है- जिसे अल्बानिया की पारंपरिक पोशाक में एक महिला के रूप में पेश किया गया है। डिएला को सार्वजनिक निविदाओं के मूल्यांकन और आवंटन का काम दिया गया है। इसका लक्ष्य है कि सरकारी ठेकों में मानवीय पक्षपात और राजनीतिक हस्तक्षेप पूरी तरह समाप्त कर उन्हें शत-प्रतिशत भ्रष्टाचार-मुक्त किया जाए।

अब मेरा सवाल है कि क्या डिएला जैसे बॉट सरकारी नीतियां बनाएंगे? क्या वह गलियों-शहरों में सभी एआई बॉट्स का संघ बनाएगी और सरकार से रियायतें मांगेगी? ऐसा संभव है। विशेषज्ञ भी ऐसा ही सोचते हैं। इसीलिए हमें आज से ही एआई-सैवी होना पड़ेगा और वो हमें धमकाने की योजना बनाएं, इससे पहले ही खुद को तैयार करना होगा। यदि ऐसा कुछ होता है तो।

फंडा यह है कि एआई को जल्दी से जल्दी अपनाना जरूरी है, क्योंकि नहीं पता कि यह अगले साल हमें कहां ले जाएगा। याद रखें, यह पहले ही हमारे स्मार्ट होम्स को स्मार्टेस्ट बनाने की दिशा में बढ़ चुका है और अब मंत्री बनकर संसद में भी प्रवेश कर चुका है।

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