Thomas L. Friedman’s column – There will be no peace as long as Hamas has weapons in its hands | थॉमस एल. फ्रीडमैन का कॉलम: जब तक हमास के हाथ में हथियार है, शांति नहीं होगी

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3 घंटे पहले
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थॉमस एल. फ्रीडमैन, तीन बार पुलित्ज़र अवॉर्ड विजेता एवं ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में स्तंभकार
धौंस जमाते हुए, शेखी बघारते हुए, अपनी बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहने की ट्रम्प की क्षमता वाकई देखने लायक है। पहले इजराइली संसद और फिर मिस्र में आयोजित एक सभा में दुनिया के 20 से ज्यादा नेताओं को दिए उनके भाषणों में यह पूरी तरह से जाहिर हुआ। लेकिन मैं ट्रम्प को एक सलाह देना चाहूंगा।
वे ऐसी किसी भी घोषणा करने का जोखिम उठाने से बचें, जो कहती हो कि हम मध्य-पूर्व में शांति की राह पर हैं और इस शांति को ट्रम्प की अध्यक्षता वाला पीस-बोर्ड लागू करेगा। इस समझौते को पूरा करने के लिए ट्रम्प को तेजी से आगे बढ़ना होगा और कई चीजें बदलनी होंगी। अभी तक तो मुझे अगले चरण की कोई शुरुआत नजर नहीं आ रही है।
मुझे ऐसा कोई संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव नहीं दिखाई दे रहा है, जो गाजा में हमास के निरस्त्रीकरण और सुरक्षा की निगरानी के लिए अरब/अंतरराष्ट्रीय शांति सेना की स्थापना करे, जब तक कि वहां किसी फिलिस्तीनी सुरक्षा बल का गठन नहीं हो जाता। गाजा के पुनर्वास के लिए जिन अरबों डॉलर की जरूरत है, वह धनराशि भी मुझे नहीं दिख रही है। और मुझे नहीं पता कि फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेट्स के उस मंत्रिमंडल की नियुक्ति और प्रबंधन कौन करेगा, जो गाजा को चलाएगा?
ट्रम्प प्रशासन के पास नियर-ईस्ट मामलों के लिए एक स्थायी सहायक विदेश मंत्री तक नहीं है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो पहले ही अपना काम कर रहे हैं और साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भी भूमिका निभा रहे हैं। शांति समझौते को आगे बढ़ाने वाले स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुशनर के पास अपने-अपने काम हैं।
जिस चीज ने ट्रम्प को बंधकों की रिहाई, कैदियों की अदला-बदली और युद्धविराम जैसी शानदार सफलताएं दिलाई है, वह मिडिल ईस्ट में तब तक व्यापक शांति नहीं दिला पाएगी, जब तक कि वे बेंजामिन नेतन्याहू और हमास के पर्यवेक्षकों- तुर्किए, मिस्र और कतर के साथ मिलकर कानून नहीं बनाते। पहला चरण बहुत कठिन था, लेकिन आगे आने वाली कठिनाइयों का अभी ट्रम्प को अंदाजा नहीं है।
ट्रम्प को नेतन्याहू से कहना होगा कि मुझे आपको यहां तक लाने के लिए बहुत जोर लगाना पड़ा। लेकिन अभी मुझे यह जानना है कि अगले चरण में आप मेरे साथ हैं या मेरे खिलाफ? क्या आप इजराइली राजनीति के केंद्र में आकर एक ऐसा गठबंधन बनाने जा रहे हैं, जो एक नए फिलिस्तीनी प्राधिकरण के साथ मिलकर हमास की जगह ले सके और गाजा और वेस्ट बैंक, दोनों पर शासन कर सके? या आप वही खेल जारी रखेंगे, जो आपने 1996 से अमेरिकी राष्ट्रपतियों के साथ खेला है? क्या आप अब भी गाजा में हमास को चुपचाप जिंदा रखने और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी प्राधिकरण को कमजोर करने की कोशिश करते रहेंगे?
और कतर, तुर्किए, मिस्र या जो भी अरब देश गाजा में सेनाएं भेजने को तैयार हैं, उनसे ट्रम्प को कुछ ऐसा ही कहना चाहिए : क्या आप हमास को हथियार डालने के लिए मजबूर करेंगे और गाजा में फिलिस्तीनी प्राधिकरण के नेतृत्व की वापसी का रास्ता साफ करेंगे? या आप हमास के साथ चालाकी से पेश आएंगे, जब वो वहां फिर से नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश कर रहा होगा?
हालांकि हमास ने संकेत दिया है कि वह गाजा का नागरिक शासन किसी अन्य फिलिस्तीनी इकाई को सौंपने को तैयार है, लेकिन समूह ने कभी भी सार्वजनिक रूप से यह पुष्टि नहीं की कि वह हथियार डाल देगा। ट्रम्प ने कहा कि हमास ने उनसे कहा कि वे निरस्त्रीकरण करेंगे, और अगर वे निरस्त्रीकरण नहीं करते हैं, तो हम उन्हें निरस्त्र कर देंगे। लेकिन अगर हमास हथियार नहीं डालता है तो इससे नेतन्याहू को युद्ध फिर से शुरू करने का बहाना मिल जाएगा।
लब्बोलुआब यह है कि अगर ट्रम्प अपनी 20-सूत्रीय योजना को स्थायी क्षेत्रीय शांति में बदलना चाहते हैं, तो उन्हें नेतन्याहू और हमास के बीच के विकृत संबंध को हमेशा के लिए तोड़ना होगा। ये वो संबंध है, जिसने बीते दो दशकों से हमास और नेतन्याहू दोनों को ही राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बनाए रखने में मदद की है। यह अकारण नहीं है कि नेतन्याहू ने हमास को करोड़ों डॉलर पहुंचाने में कतर की मदद की थी और फिलिस्तीनी प्राधिकरण को कमजोर करने के लिए हरसंभव कोशिश की थी।
हमास ने संकेत दिया है कि वह गाजा का शासन किसी फिलिस्तीनी इकाई को सौंपने को तैयार है, लेकिन उसने सार्वजनिक रूप से यह नहीं कहा कि वह हथियार डाल देगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो इससे नेतन्याहू को युद्ध फिर से शुरू करने का बहाना मिल जाएगा। (द न्यूयॉर्क टाइम्स से)
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