केदारनाथ यात्रा के लिए कैसे करें हेलीकॉप्टर बुक? जानें प्रक्रिया से लेकर किराए तक की जानकारी


केदारनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर बुक सेवा
Kedarnath Yatra Helicopter Booking: उत्तराखंड के पवित्र केदारनाथ के दर्शन करने हर साल लाखों की संख्या में लोग जाते हैं। मान्यता है, भगवान शिव का यहां भैंसे के रूप में विराजमान है। वहीं, कहा जाता है कि केदारनाथ मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है, जो स्वयं प्रकट हुआ है। अगर आप भी यहां जाने का प्लान बना रहे हैं और पैदल चलने में असमर्थ हैं तो आप हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ ले सकते हैं। जानकारी दे दें कि केदारनाथ की यात्रा 2 मई से शुरू हो रही है, पर हेलीकॉप्टर सेवा के लिए बुंकिंग 8 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। ऐसे में आइए जानते हैं कैसे कर सकेंगे हेलीकॉप्टर बुकिंग…
जानकारी दे दें कि उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए इस बार बुकिंग प्रोसेस को और भी अधिक आसान कर दिया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आप घर बैठे केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग कैसे करें और क्या है इसका किराया?
हेलीकॉप्टर के लिए कितना लगेगा पैसा?
जानकारी दे दें कि केदारनाथ जाने के लिए आप अलग-अलग हेलीपैड से हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ उठा सकते हैं। इस साल 2025 में केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी जैसे 3 प्रमुख हेलीपैड से चलाई जाएंगी, ऐसे में हर हेलीपैड पर किराया अलग-अलग है। जैसे फाटा से केदारनाथ के लिए एकतरफा किराया 6,074 रुपये, सेरसी से केदारनाथ जाने का एक तरफ का किराया 6072 रुपये और गुप्तकाशी से केदारनाथ जाने के लिए एक तरफ का किराया 8,426 रुपये है।
जानकारी दे दें कि अगर आपने हेलीकॉप्टर सेवा बुक कर ली है और आपका प्लान कैंसिल हो गया है तो आप यह सेवा कैंसिल करना चाहते हैं तो यह सुविधा भी आपको मिल रही है।
किन डाक्यूमेंट की होती है जरूरत?
हेलीकॉप्टर बुक करने के लिए आपको केदारनाथ के रजिस्ट्रेशन नंबर और अपने आधार कार्ड के नंबर की जरूरत होती है। ऐसे में यात्रा के समय कराया रजिस्ट्रेशन डाक्यूमेंट और आधार कार्ड जरूर रखें।
कैसे करें हेलीकॉप्टर की बुकिंग?
पहले आपको वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाना होगा। यहां आपको केदारनाथ के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
- फिर हेलीकॉप्टर बुक करने के लिए आपको वेबसाइट www.heliyatra.irctc.co.in पर जाएं।
- यहां नाम, फोन नंबर और मेल आईडी डालें और साइनअप करें।
- अब अपना रजिस्ट्रेशन नंबर डालें और यात्रा की तारीख, हेलीपैड और हेलीकॉप्ट की कंपनी चुने।
- अब अपना डिटेल भरें।
- इसके बाद रजिस्टर्ड नंबर या ईमेल पर भेजे गए ओटीपी डालें और फीस जमा करें।
- अंत में अपना टिकट डाउनलोड कर लें और प्रिंट निकाल लें।
केदारनाथ की क्या है कहानी?
माना जाता है कि महाभारत युद्ध के बाद पांडवों ने अपने चचरे भाइयों (कौरवों) की हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की शरण लेनी चाही, लेकिन शिव जी इससे बचने के लिए खुद भैंसे का रूप धारण कर लिया और पांडवों को पहचान से बचने की कोशिश की थी और केदार पर्वत चले गए, फिर भीम ने केदार पर्वत के दोनों चोटी को फैला दिया और फिर सभी पशु बाहर निकल गए और उसी भैंसे के रूप में शिव भी निकलने लगे तो भीम ने पकड़ने की कोशिश की तो वे धरती में समाने लगे फिर भीम ने भैंसे की पीठ पकड़ ली। इसके बाद शिव प्रसन्न हुए और दर्शन देकर पांडवों को पाप से मुक्ति दिलाई।
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