तूफान से बचने के लिए पायलट ने Pak से मांगी थी हवाई क्षेत्र इस्तेमाल की अनुमति, लाहौर ATC ने कर दिया था इनकार


ओलावृष्टि से विमान का अगला हिस्सा टूटा
नई दिल्ली: श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग कराने वाले पायलट ने यात्रियों की जान बचाने के लिए लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति मांगी थी लेकिन अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि बुधवार को जब अचानक आंधी-तूफान और ओलावृष्टि होने लगी तो पायलट ने खराब मौसम से बचने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र की अनुमति मांगी थी, जिसे लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने मना कर दिया था।
DGCA कर रहा मामले की जांच
सूत्रों ने बताया कि उड़ान संख्या 6E 2142 मामले की नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा जांच की जा रही है। विमान में टीएमसी सांसद सहित 220 से अधिक लोग सवार थे। खराब मौसम के कारण जब अचानक ओलावृष्टि होने लगी तो पायलट ने श्रीनगर हवाई अड्डे पर हवाई यातायात नियंत्रण को आपातकाल की सूचना दी। बुधवार को विमान सुरक्षित रूप से उतरा था।
सागरिका घोष ने बोलीं- लगा जिंदगी खत्म हो गई है
वहीं, श्रीनगर जा रही इंडिगो की उड़ान के खराब मौसम के कारण आपात स्थिति में उतरने के पल को याद करते हुए टीएमसी नेता सागरिका घोष ने बुधवार को कहा कि ‘‘यह मौत के करीब पहुंचने जैसा अनुभव था। मुझे लगा कि मेरी जिंदगी खत्म हो गई है। लोग चीख रहे थे। भगवान से प्रार्थना कर रहे थे। उस पायलट को सलाम जिसने हमें उस स्थिति से निकाला। जब हम उतरे तो हमने देखा कि विमान का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
विमान में सवार थे कई नेता
बता दें कि इंडिगो की फ्लाइट की बुधवार को श्रीनगर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। विमान में 227 लोग सवार थे। तृणमूल का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल श्रीनगर जाने वाली उड़ान में सवार था। इस विमान में प्रतिनिधिमंडल के सदस्य डेरेक ओ’ब्रायन, नदीमुल हक, सागरिका घोष, मानस भुइयां और ममता ठाकुर शामिल थे। सोशल मीडिया वायरल हो रहे वीडियो में यात्रियों को विमान के हिलने के दौरान प्रार्थना करते हुए देखा जा सकता है। ओलावृष्टि के दौरान जिस विमान के आगे का हिस्सा (रेडोम) क्षतिग्रस्त हो गया था।