पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भारत की वैश्विक मुहिम शुरू, आज UAE जाएगा पहला डेलिगेशन


पूरी दुनिया में बेनकाब होगा पाकिस्तान।
नई दिल्ली: भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी मजबूत नीति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने और पाकिस्तान के आतंकवादी मंसूबों को बेनकाब करने के लिए एक व्यापक राजनयिक अभियान शुरू किया है। इसके तहत 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को 33 देशों में भेजने का फैसला किया गया है, जो 21 मई से 5 जून 2025 तक विभिन्न देशों का दौरा करेंगे। इस अभियान का मकसद पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की ‘आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस’ की नीति को दुनिया के सामने रखना है। आज UAE रवाना होने वाले प्रतिनिधिमंडल नंबर 4 का नेतृत्व शिवसेना सांसद एकनाथ शिंदे कर रहे हैं।
पहला प्रतिनिधिमंडल आज यूएई रवाना
बता दें कि आज, 21 मई को पहला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल शिवसेना सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए रवाना हो रहा है। इस प्रतिनिधिमंडल या डेलिगेशन में बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज, अतुल गर्ग, मनन कुमार मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया, IUML सांसद ईटी मोहम्मद बसीर, बीजद सांसद सस्मित पात्रा और पूर्व राजनयिक सुजान चिनॉय शामिल हैं। यह दल यूएई के बाद डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (24 मई), सियरा लियोन (28 मई) और लाइबेरिया (31 मई) का दौरा करेगा।
7 प्रतिनिधिमंडल, एक मिशन
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को 7 समूहों में बांटा गया है, जो मध्य पूर्व, अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में जाएंगे। इनका नेतृत्व बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद, बैजयंत पांडा, जदयू सांसद संजय झा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, डीएमके सांसद कनिमोझी, एनसीपी (शरद पवार) सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे कर रहे हैं। प्रत्येक समूह में 7 से 8 सांसद और पूर्व राजनयिक शामिल हैं, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी और अस्थायी सदस्य देशों सहित अन्य महत्वपूर्ण देशों में भारत का संदेश पहुंचाएंगे।
प्रतिनिधिमंडल 3 और 6 का शेड्यूल
प्रतिनिधिमंडल 3: जदयू सांसद संजय झा के नेतृत्व में यह दल 22 मई को जापान, 24 मई को दक्षिण कोरिया, 27 मई को सिंगापुर, 28 मई को इंडोनेशिया और 31 मई को मलेशिया जाएगा। इसमें बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी, बृजलाल, प्रदान बरुआ, डॉ. हेमांग जोशी, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी, सीपीएम सांसद जॉन ब्रिटास, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और राजनयिक मोहन कुमार शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल 6: डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में यह दल 22 मई को रूस, 25 मई को स्लोवेनिया, 27 मई को ग्रीस, 29 मई को लातविया और 31 मई को स्पेन जाएगा। इसमें समाजवादी पार्टी के राजीव राय, नेशनल कॉन्फ्रेंस के मियां अल्ताफ अहमद, बीजेपी के कैप्टन बृजेश चौटा, राजद के प्रेमचंद गुप्ता, आप सांसद अशोक कुमार मित्तल और राजनयिक मंजीव पुरी व जावेद अशरफ शामिल हैं।
विदेश सचिव ने दी ब्रीफिंग
मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने 3 प्रतिनिधिमंडलों को ब्रीफ किया। उन्हें पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की मांग तक की पूरी जानकारी दी गई। प्रतिनिधियों को बताया गया कि वे विश्व समुदाय के सामने पाकिस्तान के आतंकवाद से जुड़े 40 साल के इतिहास को उजागर करें, जिसमें 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत द्वारा दिए गए डीएनए साक्ष्य और कॉल रिकॉर्ड जैसे सबूतों पर पाकिस्तान की निष्क्रियता शामिल है।
कांग्रेस ने जताई थी नामों पर आपत्ति
कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल के चयन पर आपत्ति जताई है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने चार नाम सुझाए थे- आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नसीर हुसैन और राजा ब्रार, लेकिन केवल आनंद शर्मा को शामिल किया गया। शशि थरूर को शामिल करने पर भी कांग्रेस ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है, न कि पार्टी की आधिकारिक राय।
पाकिस्तान की जवाबी रणनीति
पाकिस्तान ने भी भारत के इस कदम का जवाब देने के लिए पीपुल्स पार्टी नेता बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है, जो विश्व मंच पर अपनी ‘शांति की बात’ रखेगा। हालांकि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का यह वैश्विक अभियान आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ नीति को दर्शाता है। 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 33 देशों में जाकर न केवल पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क को बेनकाब करेंगे, बल्कि वैश्विक समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान भी करेंगे।