Tuesday 15/ 04/ 2025 

बांग्लादेशी घुसपैठ पर BSF ने ममता बनर्जी को दिया जवाब, कहा- ‘हमारी प्राथमिकता बॉर्डर को…’वक्फ संशोधन कानून को लेकर क्या बोले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू? बंगाल में इसको लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शन‘मुसलमान में बाबर का DNA है तो तुम में किसका?’, रामजी लाल सुमन ने करणी सेना को दिया ये चैलेंजहज जाने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, 10 हजार तीर्थयात्रियों के लिए सऊदी हज पोर्टल फिर से खुला, सरकार ने दी जानकारीExclusive: मुंबई ही नहीं टारगेट पर थी दिल्ली, आतंकी तहव्वुर राणा ने पूछताछ में किया बड़ा खुलासाVIDEO: ‘लाठी-डंडे, पाइप और पत्थर…’ कर्नाटक में भीड़ ने महिला को दी ‘तालिबानी सजा’, मस्जिद के सामने पीट-पीटकर किया अधमराचारधाम यात्रा अप्रैल के अंत में शुरू हो रही, जानें कहां और कैसे की जाती है पूजा के लिए ऑनलाइन बुकिंगट्रक को ओवरटेक करने के चक्कर में कई बार पलटा टैंकर, डैशबोर्ड कैमरे में कैद हुआ खतरनाक एक्सीडेंट; देखें VIDEOप्रियंका गांधी को मिल सकता है कांग्रेस में बड़ा पद, पार्टी में चल रही चर्चा: सूत्रबिहार विधानसभा चुनाव को लेकर RJD और कांग्रेस के बीच कल अहम बैठक, जानिए किन मुद्दों पर होगी बात?
देश

8 और 9 अप्रैल को साबरमती रिवर फ्रंट पर होगा कांग्रेस का अधिवेशन, जानिए क्या होगा एजेंडा?

Congress
Image Source : FILE
कांग्रेस

नई दिल्ली:  कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने कांग्रेस ने लड़ने का जज्बा या जोश नहीं खोया है, बदलाव धीरे-धीरे होता है। अहमदाबाद में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अधिवेशन से पहले कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने एक इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने कहा कि पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव हो रहा है और युवा नेता उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया में जवाबदेही के साथ-साथ विचारधारा को मजबूत करना मुख्य मंत्र होगा। 

पुराना गौरव बहाल करने पर जोर

सचिन पायलट ने कहा कि गुजरात में हो रहा एआईसीसी अधिवेशन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऐसे समय में हो रहा है जब ध्यान संबंधित राज्य में पार्टी को मजबूत करने और वहां इसका पुराना गौरव बहाल करने पर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि पार्टी भले ही लोकसभा चुनावों के बाद कुछ राज्यों में चुनाव हार गई हो, लेकिन उसने लड़ने का जज्बा या जोश नहीं खोया है। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव का समय आ गया है, पायलट ने कहा कि कोई भी बदलाव रातोंरात नहीं होता बल्कि धीरे-धीरे होता है। 

उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी पिछड़ों, युवाओं, महिलाओं, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अल्पसंख्यकों की स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। ये वे वर्ग हैं जो हमारी आबादी का सबसे बड़ा हिस्सा हैं और इन वर्गों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व महत्वपूर्ण है।’’

युवा अब नेतृत्व की भूमिकाएं संभाल रहे हैं

पायलट ने कहा, ‘‘पार्टी के मंच पर हमने उदयपुर घोषणापत्र को स्वीकार किया और उसका पालन कर रहे हैं। पार्टी की सभी नियुक्तियों में हम उस घोषणापत्र को ध्यान में रख रहे हैं। (पीढ़ीगत) बदलाव अपने आप हो रहा है, कई लोग अब नेतृत्व की भूमिकाएं संभाल रहे हैं चाहे वह संसद के भीतर हो या संसद के बाहर, राज्यों में हो या एआईसीसी में नए लोगों की नियुक्ति हो, युवा अब नेतृत्व की भूमिकाएं संभाल रहे हैं।’’ (इनपुट-भाषा)

Latest India News




Source link

Check Also
Close
Bengali English Gujarati Hindi Punjabi Urdu

WhatsApp us


nais